अर्जुन से ट्रेनिंग ले रहे हैं सचिन
मुंबई : महानतम बल्लेबाजों में से एक सचिन तेंदुलकर अपने बेटे अर्जुन को कभी क्रिकेट नहीं सिखाते. तेंदुलकर ने कहा है कि मैं अपने बेटे के क्रिकेट के बीच में नहीं आता. कभी-कभी मैं अपने विचार उससे जरूर बांट लेता हूं, लेकिन कोचिंग नहीं देता. पहले से ही बढ़िया कोच उसके चारों ओर मौजूद हैं. […]
मुंबई : महानतम बल्लेबाजों में से एक सचिन तेंदुलकर अपने बेटे अर्जुन को कभी क्रिकेट नहीं सिखाते. तेंदुलकर ने कहा है कि मैं अपने बेटे के क्रिकेट के बीच में नहीं आता. कभी-कभी मैं अपने विचार उससे जरूर बांट लेता हूं, लेकिन कोचिंग नहीं देता. पहले से ही बढ़िया कोच उसके चारों ओर मौजूद हैं. कभी-कभी तो वो खुद मुझे टिप्स दे देता है.
इसके अलावा सचिन ने अपने जीवन के बारे में कुछ और राज खोलते हुए कहा है कि जीवन में हीरो का होना महत्वपूर्ण है और वह भी अपने बचपन के आदर्श विवियन रिचर्ड्स और सुनील गावस्कर का मिश्रण बनना चाहते थे. तेंदुलकर ने यहां गेमिंग एंड एक्सपीरियंस सेंटर स्मैश में अपने प्रशंसकों के साथ बातचीत के दौरान कहा, सभी खिलाड़ियों को अपनी अलग पहचान होना पसंद है और यह महत्वपूर्ण है.
जीवन में हीरो होना अच्छा है. जब मैं बड़ा हो रहा था तो मेरे जीवन में कुछ नायक थे. मैं रिचर्ड्स और गावस्कर का मिश्रण बनना चाहता था. मौजूदा पीढ़ी के लिए किसी को हीरो बनाना अहम है और इसके बाद अपने हीरो के अधिक से अधिक करीब पहुंचने की कोशिश करनी चाहिए. हीरो हमेशा हीरो रहता है और ऐसा ही होना चाहिए.
कुछ दिन पहले अपना जन्मदिन मनाने वाले तेंदुलकर ने इस मौके पर केकभी काटा. उन्होंने कहा कि यह 40वां केकहै जो मैं काट रहा हूं इसलिए अब हमें इसे यही खत्म कर देना चाहिए.