#IndvsEng 4th test : जानें क्या हैं भारत की जीत की बड़ी वजहें
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के पांचवें दिन आज भारत ने इंग्लैंड को एक पारी और 36 रन से हरा दिया. इस जीत के साथ भारत ने सीरीज को 3-0 से जीत लिया है. इस पूरे सीरीज में भारत इंग्लैंड पर हावी रहा और किसी भी मैच में उसने […]
भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच के पांचवें दिन आज भारत ने इंग्लैंड को एक पारी और 36 रन से हरा दिया. इस जीत के साथ भारत ने सीरीज को 3-0 से जीत लिया है. इस पूरे सीरीज में भारत इंग्लैंड पर हावी रहा और किसी भी मैच में उसने इंग्लैंड को यह मौका नहीं दिया कि वह भारत को पटखनी दे सके. पूरे सीरीज पर अगर गौर करें, तो आर अश्विन की गेंदबाजी शानदार रही और विराट कोहली के बल्ले से रन बने नहीं बल्कि बरसे. चौथे टेस्ट में विराट ने दोहरा शतक जड़ दिया. इस सीरीज में जयंत यादव के रूप में भारत को एक शानदार आलराउंडर मिला है. आइए जानें उन कारणों को जिसने मैच को भारत के नाम कर दिया:-
आर अश्विन की घातक गेंदबाजी
भारत और इंग्लैंड सीरीज के दौरान अश्विन सबसे सफल गेंदबाज रहे, उन्होंने चौथे टेस्ट में कुल 12 विकेट लिये. उन्हें दोनों ही पारी में छह-छह विकेट मिले. उनकी फिरकी से अंग्रेज पार नहीं पा सके.
विराट की शानदार बल्लेबाजी
विराट ने इस मैच में विराट पारी खेली और कुल 235 रन बनाये. उन्होंने इस वर्ष तीसरी बार दोहरा शतक जड़ा है. विराट की इस शानदारी पारी की बदौलत भारत ने इंग्लैंड के सामने विशाल स्कोर खड़ा किया.
जयंत का शानदार आलराउंड प्रदर्शन
हालांकि इस मैच में जयंत को मात्र एक विकेट ही मिले, लेकिन उन्होंने सधी हुई गेंदबाजी की. साथ ही उन्होंने विकेट ना ले पाने की कमी शतक जड़कर पूरी कर दी. यह उनके कैरियर का पहला शतक था.
फेल रहे कुक
इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक दोनों ही पारियों में फेल साबित हुए. उनके बल्ला इस पूरे मैच में नहीं चला, जो इंग्लैंड की हार का बड़ा कारण बना.
इंग्लैंड के ओपनर नहीं जमा सके रंग
इंग्लैंडी की पारी पर अगर ध्यान दें, तो पता चलेगा कि इंग्लैंड के ओपनर दोनों की पारियों में जमकर खेल नहीं सके, जिसके कारण वे भारत के सामने चुनौती नहीं पेश कर सके.
रविंद्र जडेजा की शानदार गेंदबाजी
रविंद्र जडेजा ने पूरे मैच में शानदार गेंदबाजी की और अंग्रेजों को सिर उठाने का मौका नहीं दिया, उन्होंने अश्विन का भरपूर साथ दिया, जिसके कारण अंग्रजों दोतरफा हमला नहीं झेल सके. जडेजा को कुल आठ विकेट मिले.
इंग्लैंड के गेंदबाज नहीं छोड़ पाये प्रभाव
अगर इस पूरे सीरीज पर ध्यान दें, तो पता चलेगा कि इंग्लैंड के गेंदबाज भारतीय खिलाड़ियों को रोकने में विफल रहे और वे अपना प्रभाव छोड़ने में पूरी तरह नाकाम रहे. एक बार भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि भारतीय खिलाड़ी संघर्ष कर रहे हों, वे आराम से खेलते नजर आये.