कुलदीप की तिहरी कामयाबी से खुश परिजन और कोच

कानपुर : अपनी लेफ्ट आर्म स्पिन चाइनामैन गेंदबाजी से अंडर 19 विश्वकप में हैट्रिक लगाने वाले कुलदीप यादव को एक साथ मिली तीन कामयाबियों (हैट्रिक, आईपीएल में कोलकता नाइट राइडर्स की तरफ से खेलने का मौका और विजय हजारे ट्राफी के लिये उत्तर प्रदेश की रणजी टीम में चयन) से उनके परिजन और कोच बेहद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2014 2:34 PM

कानपुर : अपनी लेफ्ट आर्म स्पिन चाइनामैन गेंदबाजी से अंडर 19 विश्वकप में हैट्रिक लगाने वाले कुलदीप यादव को एक साथ मिली तीन कामयाबियों (हैट्रिक, आईपीएल में कोलकता नाइट राइडर्स की तरफ से खेलने का मौका और विजय हजारे ट्राफी के लिये उत्तर प्रदेश की रणजी टीम में चयन) से उनके परिजन और कोच बेहद खुश हैं. उत्तर प्रदेश जूनियर क्रिकेट टीम के मुख्य चयनकर्ता और उसके कोच शशिकांत खांडेकर का कहना है कि अगर उसने यह प्रदर्शन जारी रखा तो वह सुरेश रैना, भुवनेश्वर कुमार, प्रवीण कुमार, पीयूष चावला, आरपी सिंह और मोहम्मद कैफ के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के लिये खेलकर प्रदेश का नाम रोशन जरुर करेगा.

कानपुर के जाजमउ की डिफेंस कॉलनी में रहने वाला कुलदीप एक मध्यम परिवार का इकलौता बेटा है. उसके पिता राम सिंह यादव ने कहा कि कुलदीप को शुरु से ही क्रिकेट का शौक था. उन्होंने कहा ,‘‘ मेरे बेटे को शुरु से ही क्रिकेट का काफी शौक था और इसी को देखते हुये मैने अपने 9-10 साल की उम्र से ही उसे क्रिकेट की कोचिंग दिलानी शुरु कर दी थी और आज वह 18 साल की उम्र में अंडर 19 वल्र्ड कप में भारत की तरफ से खेल रहा है. उम्मीद है कि वह एक दिन टीम इंडिया की नीली जर्सी पहनेगा और हमारे परिवार का सपना साकार करेगा.’’

कुलदीप के कोच खांडेकर ने कहा कि कुलदीप को एक साथ तीन कामयाबियां मिली है जिसमें विश्व कप में हैट्रिक, आईपीएल मे कोलकता नाइट राइडर की तरफ से खेलने का मौका और कल घोषित हुई विजय हजारे ट्राफी के लिये उत्तर प्रदेश की रणजी टीम में पहली बार चयन. उन्होंने कहा ,‘‘ दो साल पहले भी वह आईपीएल में मुंबई इंडियन टीम के साथ था लेकिन उसे एक भी मैच खेलने का मौका नही मिला था लेकिन इस बार उन्हें उम्मीद है कि कुलदीप के शानदार प्रदर्शन को देखते हुये उसे इस बार के आईपीएल में केकेआर की तरफ से खेलने का मौका जरुर मिलेगा.’’

उन्होंने बताया कि कुलदीप पिछले दो साल से यूपी की अंडर 19 क्रिकेट टीम का कप्तान है और उसने अपने प्रदर्शन से 2011-12 और 2012-13 में टीम को खिताबी जीत दिलाकर चैम्पियन बनाया. उन्होंने कहा ,‘‘ कुलदीप अंडर 15 क्रिकेट में दो साल और अंडर 16 टीम में 2 साल उत्तर प्रदेश के लिये खेल चुका है. पिछली बार वह उत्तर प्रदेश की रणजी की वन डे क्रिकेट टीम में शामिल था लेकिन उसे खेलने का मौका नही मिला.’’ उन्होंने कहा कि कुलदीप की कामयाबी का राज उसकी लेफ्ट आर्म स्पिन चाइना मैन गेंदबाजी है.

यूपीसीए के महाप्रबंधक रोहित तलवार ने उम्मीद जताई कि रैना, भुवनेश्वर, प्रवीण, कैफ तथा चावला के बाद जल्द ही कुलदीप यादव भी भारतीय टीम का हिस्सा होगा और उत्तर प्रदेश के साथ साथ देश का नाम भी रोशन करेंगा. कुलदीप का परिवार करीबी जिले उन्नाव में रहता था लेकिन क्रिकेट के प्रति उसकी लगन देखते हुये वे कानपुर में किराये के मकान में आ गए चूंकि यहां क्रिकेट की बेहतर सुविधायें और अच्छे कोच थे.

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