बीसीसीआइ बनाम लोढ़ा पैनल की सिफारिशों को लेकर कानूनी लफड़े में फंस गये हैं अनुराग ठाकुर

नयी दिल्ली : बीसीसीआई बनाम लोढ़ा समिति मामले की सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सीईओ से एक पत्र का अनुरोध करने लेकिन शपथपत्र में इससे इनकार करने पर बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के खिलाफ अवमानना और झूठी गवाही की कार्यवाही शुरू करने की चेतावनी दी. साथ ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 16, 2016 10:44 AM

नयी दिल्ली : बीसीसीआई बनाम लोढ़ा समिति मामले की सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सीईओ से एक पत्र का अनुरोध करने लेकिन शपथपत्र में इससे इनकार करने पर बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के खिलाफ अवमानना और झूठी गवाही की कार्यवाही शुरू करने की चेतावनी दी. साथ ही शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि अगर वह दोषी पाये गये तो उन्हें जेल जाना पड़ सकता है.

किस बात को लेकर जेल जा सकते हैं अनुराग ठाकुर
जस्टिस लोढ़ा समिति ने भारतीय क्रिकेट में सुधार और सुंदर भविष्य बनाने के उद्देश्य से कुछ सुधारों की सिफारिश की है, लेकिन बीसीसीआई उन सुधारों को लागू करने में आनाकानी करता रहा है. अभी तक लोढ़ा समिति की सिफारिशें बीसीसीआई ने मानी नहीं है. बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर पर यह आरोप लगता रहा है कि वे सुधारों को लागू करने में बाधा पहुंचाते हैं. बीसीसीआई में कैग के मनोनीत सदस्य की नियुक्ति को लेकर अनुराग ठाकुर ने आईसीसी सीईओ से यह पत्र मांगा था कि इससे बोर्ड की स्वायत्ता प्रभावित होगी और यह सरकारी हस्तक्षेप जैसा होगा. हालांकि अनुराग ठाकुर ने इस बात से इनकार किया. प्रधान न्यायाधीश टीएस ठाकुर, न्यायमूर्ति एएम खानविल्कर और न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड की पीठ ने अदालत को गुमराह करने का प्रयास करने के लिए बीसीसीआई की खिंचाई की और ठाकुर को चेताया कि अगर शीर्ष अदालत झूठी गवाही की कार्यवाही के संबंध में अपना आदेश सुनाती है तो उन्हें जेल जाना पड़ सकता है. अदालत ने कहा, ‘‘आप अदालत को गुमराह करने का प्रयास क्यों कर रहे हैं? अगर आप झूठी गवाही के आरोपों से बचना चाहते हैं तो आपको माफी मांगनी चाहिए.
कोर्ट की फटकार के बाद पार्टी ने भी छिना पद
भारतीय जनता पार्टी ने अनुराग ठाकुर की जगह प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन को भारतीय जनता युवा मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है. गुरुवार रात ही पार्टी ने यह फैसला लिया है. यही कारण है कि पार्टी के इस फैसले को कोर्ट की फटकार से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि कोर्ट में अभी अनुराग ठाकुर झूठे साबित नहीं हुए हैं, लेकिन पार्टी ने सावधानी बरतते हुए उनसे किनारा कर लिया है.
तीन बार लोकसभा के सांसद रहे हैं अनुराग
अनुराग ठाकुर का पूरा नाम अनुराग सिंह ठाकुर है. वे हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश से भाजपा के सांसद हैं. वे हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के पुत्र हैं. वे 14वीं, 15वीं और 16वीं लोकसभा के सदस्य रहे हैं. वे पहली बार वर्ष 2008 में लोकसभा के लिए चुने गये थे. ठाकुर का जन्म 24 अक्टूबर 1974 में हमीरपुर में हुआ था. उन्होंने जालंधर से बीए की शिक्षा पूरी की है. वर्ष 2011 में उन्होंने कोलकाता से लाल चौक, श्रीनगर तक की यात्रा की थी जिसके कारण वे चर्चा में आ गये थे. अनुराग ठाकुर ने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ रणजी ट्रॉफी का मैच खेला. क्रिकेट से उनका अद्‌भुत जुड़ाव है. धर्मशाला में क्रिकेट ग्राउंड का निर्माण उनकी पहल पर ही संभव हुआ है.

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