करुण नायर ने टूटे बैट से दिखाया कमाल, जड़े 303 रन

चेन्नई: करुण नायर ने टेस्ट क्रिकेट में अपने पहले शतक को तिहरे शतक में बदल कर सोमवार को यहां नाबाद 303 रनों की रिकॉर्ड पारी खेली, जिससे भारत ने अपना अब तक का सर्वोच्च स्कोर बना कर इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में अपनी स्थिति मजबूत कर ली. राजस्थान में जन्में और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2016 7:55 AM

चेन्नई: करुण नायर ने टेस्ट क्रिकेट में अपने पहले शतक को तिहरे शतक में बदल कर सोमवार को यहां नाबाद 303 रनों की रिकॉर्ड पारी खेली, जिससे भारत ने अपना अब तक का सर्वोच्च स्कोर बना कर इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में अपनी स्थिति मजबूत कर ली. राजस्थान में जन्में और कर्नाटक की तरफ से खेलनेवाले 25 वर्षीय नायर ने रिकॉर्डों से भरी अपनी पारी में 381 गेंदें खेली तथा 32 चौके और चार छक्के लगाये. वह वीरेंद्र सेहवाग के बाद टेस्ट मैचों में तिहरा शतक जड़ने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं.

यहां खास बात यह है कि नायर जब 105 रन पर थे, तब बेन स्टोक्स की एक शॉर्टपिच बॉल ने उनके बैट का बाहरी किनारा लिया और विकेट कीपर के ऊपर से बाउंड्री लाइन के बाहर चली गयी. बॉल तेज भी थी और नयी भी. इससे बैट का ऊपरी हिस्सा टूट गया. नायर ओवर खत्म होने के बाद अंपायर के पास पहुंचे और वो टूटा हुआ हिस्सा उन्हें रखने दे दिया, लेकिन बैट नहीं बदला. बाद में इसी बैट से नायर ने नॉट आउट 303 रन बनाये.

पीएम ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करुण नायर की जम कर तारीफ की, जो टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक बनानेवाले दूसरे भारतीय बन गये. मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि करुण नायर, ऐतिहासिक तिहरे शतक पर बधाई. हम सभी बहुत खुश हैं और आपकी उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं. सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी कर्नाटक के इस बल्लेबाज की उपलब्धि की प्रशंसा की. उन्होंने ट्वीट किया कि कितना शानदार खिलाड़ी. लाजवाब पारी. तुम्हें सलाम करुण नायर.

भाग्य ने भी दिया करुण नायर का साथ

इस बीच भाग्य ने भी उनका साथ दिया. रविवार को 34 रन के निजी योग पर कुक ने उन्हें जीवनदान दिया था. सोमवार को भी दो बार वह आउट होने से बचे. पहले अवसर पर जब वह 216 रन पर थे, तब जैक बॉल की गेंद पर जो रुट ने स्लिप में उनका कैच छोड़ा. जबकि 246 रन के निजी योग पर जॉनी बेयरस्टॉ उन्हें स्टंप करने से चूक गये थे. इन कुछ अवसरों को छोड़ कर नायर की पारी लाजवाब रही और उन्होंने इंग्लैंड के तेज और स्पिन किसी भी तरह के गेंदबाजों को खुद पर हावी नहीं होने दिया. रविवार की तुलना में वह अधिक स्वच्छंद होकर खेले.

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