पांचवें टेस्ट में इंग्लैंड को भारत ने धूल चटाया, रूट पीछे छूटे, कोहली टॉप स्कोरर
चेन्नई : रवींद्र जडेजा की करिश्माई गेंदबाजी और चपल क्षेत्ररक्षण के दम पर भारत ने एमए चिदंबरम स्टेडियम की सपाट दिख रही पिच पर इंग्लैंड को पांचवें और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में कल यहां पारी और 75 रनों से करारी शिकस्त देकर इतिहास रच दिया. मैच की जीत के बाद कोहली इस साल टेस्ट, […]
चेन्नई : रवींद्र जडेजा की करिश्माई गेंदबाजी और चपल क्षेत्ररक्षण के दम पर भारत ने एमए चिदंबरम स्टेडियम की सपाट दिख रही पिच पर इंग्लैंड को पांचवें और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में कल यहां पारी और 75 रनों से करारी शिकस्त देकर इतिहास रच दिया. मैच की जीत के बाद कोहली इस साल टेस्ट, वनडे व टी-20 फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनानेवाले बैट्समैन बन गये हैं. आठ साल बाद भारत से कोई बैट्समैन टॉप स्कोरर बना है. 2008 में सेहवाग थे, उनके 2355 रन थे. कोहली ने इस साल 2595 रन बनाये हैं. तीनों फॉर्मेट में उन्होंने 37 मैच खेले हैं. सात सेंचुरी लगायी है. 13 हाफ सेंचुरी है. उच्च स्कोर 235 का है. कोहली के बाद दूसरे नंबर पर हैं इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट, जिन्होंने 41 मैच खेल कर 2570 रन बनाये हैं. कोहली (1215 रन) इस कैलेंडर वर्ष में टेस्ट मैचों में एक हजार रन बनाने वाले इकलौते भारतीय हैं. उन्होंने चार बार 100 का आंकड़ा पारा किया है, इसे तीन बार दोहरा शतक में बदला है. इस वर्ष तीन दोहरा शतक लगानेवाले पहले क्रिकेटर हैं.
रूट के नाम सबसे अधिक अर्धशतक : टेस्ट 2016 में रूट के नाम सबसे अधिक 13 अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड है. बेयरस्टो (11) दूसरे स्थान पर हैं. भारत की ओर से पुजारा ने सबसे अधिक सात अर्धशतक लगाये हैं.
सबसे ज्यादा मैच इंग्लैंड ने खेला है : इस वर्ष सबसे ज्यादा इंग्लैंड ने 17 मैच खेले हैं, दूसरे स्थान पर भारत (12 मैच) रहा है.
ज्यादा जीत भारत के नाम : भारत ने 12 में से 9 मैचों में जीत दर्ज की है. दूसरे स्थान पर इंग्लैंड ( 6 जीत) है.
जडेजा छाये
रवींद्र जडेजा ने चेन्नई टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 25 ओवर में 48 रन देकर सात विकेट झटके, जो उनके टेस्ट कैरियर की एक पारी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. पहली पार उन्होंने एक टेस्ट मैच में भी 10 विकेट झटके हैं. इसके पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 138 रन देकर छह विकेट था. अन्य स्पिनर इस पिच पर नकाम रहे. इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच की दूसरी पारी में अश्विन को कोई विकेट नहीं मिला.
सीरीज में बड़ी जीत टीम का जज्बा बताती है : कोहली
चेन्नई : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मंगलवार को यहां कहा कि पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में इंग्लैंड पर पारी से जीत कड़ी मेहनत और टीम भावना से मिली और सीरीज को 4-0 से जीतना खिलाड़ियों के जज्बे को दरशाता है. कोहली ने मैच के बाद कहा : हमने सीरीज पहले ही 3-0 से जीत ली थी और उसके बाद इस तरह का प्रदर्शन करना, यह टीम के जज्बे का सबूत है. हमने किस तरह से बल्लेबाजी और गेंदबाजी की, यह उसका सबूत है. हम चाहते हैं कि युवा खिलाड़ी आगे बढ़ कर अपनी भूमिका निभाएं, जैसे कि लोकेश राहुल और करुण नायर और इन दोनों ने हमें उस स्थिति में पहुंचा दिया, जहां केवल एक टीम जीत सकती थी. उन्होंने कहा कि यह अजीब स्थिति थी. इंग्लैंड ने पहले 477 रन बनाये और फिर 282 रन से पिछड़ गया. हम जानते थे कि यदि हम दो-तीन विकेट निकाल लेते हैं, तो उनकी टीम जल्दी बिखर सकती है. रवींद्र जडेजा ने अपना काम बखूबी किया और सात विकेट लिये. उसे इस तरह से गेंदबाजी करते हुए देखने में वास्तव में मजा आ गया. कोहली वर्तमान सीरीज के पांच में से चार टेस्ट मैचों में टॉस गंवा बैठे थे, लेकिन तब भी उन्होंने चार मैचों में बड़ी जीत दर्ज की.
ड्रॉ की ओर जा रहे मैच को जडेजा ने जीत में बदला
रवींद्र जडेजा की करिश्माई गेंदबाजी और चपल क्षेत्ररक्षण के दम पर भारत ने एमए चिदंबरम स्टेडियम की सपाट दिख रही पिच पर इंग्लैंड को पांचवें और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में मंगलवार को यहां पारी और 75 रनों से करारी शिकस्त दी. इसके साथ ही पांच मैचों की सीरीज 4-0 से जीती. इंग्लैंड ने सुबह जिस तरह से शुरुआत की थी, उससे लग रहा था कि वह मैच बचाने में सफल रहेगा, लेकिन इसके बाद जडेजा का जादू चला, जिन्होंने अपने कैरियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 48 रन देकर सात विकेट लिये. इसके अलावा उन्होंने तीन कैच भी लपके और केवल दो सत्र के अंदर इंग्लैंड के दस विकेट निकालने और उसकी पारी 207 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभायी. जडेजा ने एक मैच में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 154 रन देकर दस विकेट लिये. इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 477 रन बनाये थे, जिसके जवाब में भारत ने करुण नायर (नाबाद 303 रन) के तिहरे शतक और लोकेश राहुल (199) के बड़े शतक के दम पर अपनी पारी सात विकेटों पर 759 रनों पर पारी समाप्त घोषित की. भारत ने इस तरह से पहली पारी में 282 रनों की बढ़त हासिल की थी.