अनुराग ठाकुर : आगे क्या है रास्ता ?
नयी दिल्ली : लोढ़ा समिति के सुधारवादी कदम रोकने के लिए आज बीसीसीआई अध्यक्ष के रुप में बर्खास्त किए गए अनुराग ठाकुर ने उच्चतम न्यायालय के आदेश पर कहा कि अगर शीर्ष अदालत को लगता है कि क्रिकेट बोर्ड सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के मार्गदर्शन में अच्छा करेगा तो वे उन्हें शुभकामनाएं देते हैं. ठाकुर ने कहा, […]
नयी दिल्ली : लोढ़ा समिति के सुधारवादी कदम रोकने के लिए आज बीसीसीआई अध्यक्ष के रुप में बर्खास्त किए गए अनुराग ठाकुर ने उच्चतम न्यायालय के आदेश पर कहा कि अगर शीर्ष अदालत को लगता है कि क्रिकेट बोर्ड सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के मार्गदर्शन में अच्छा करेगा तो वे उन्हें शुभकामनाएं देते हैं.
ठाकुर ने कहा, ‘‘मेरे लिए यह निजी जंग नहीं थी, यह खेल संस्था की स्वायत्ता की लड़ाई थी. मैं उच्चतम न्यायालय का उतना की सम्मान करता हूं जितना किसी नागरिक को करना चाहिए. अगर उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों को लगता है कि बीसीसीआई सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के नेतृत्व में बेहतर कर सकता है तो मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. मुझे यकीन है कि भारतीय क्रिकेट उनके मार्गदर्शन में अच्छा करेगा.’ उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो क्लिप जारी करके उच्चतम न्यायालय के आदेश पर प्रतिक्रिया दी.
My statement on the Supreme Court @BCCI verdict. pic.twitter.com/cXvEx6eIU4
— Anurag Thakur (@ianuragthakur) January 2, 2017