एक नजर वर्ल्ड कप के दौरान #DHONI के अहम फैसलों पर

नयी दिल्ली : हैरानी भरा कदम उठाते हुए महेंद्र सिंह धौनी ने बुधवार वन-डे और टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ दी. उन्होंने बीसीसीआइ को इससे संबंधित सूचना देकर क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया. बीसीसीआइ ने अपने बयान में कहा है कि धौनी ने बोर्ड को सूचित किया है कि वह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी-20 अंतरराष्ट्रीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2017 7:38 AM

नयी दिल्ली : हैरानी भरा कदम उठाते हुए महेंद्र सिंह धौनी ने बुधवार वन-डे और टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ दी. उन्होंने बीसीसीआइ को इससे संबंधित सूचना देकर क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया. बीसीसीआइ ने अपने बयान में कहा है कि धौनी ने बोर्ड को सूचित किया है कि वह एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय और टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों से भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान का पद छोड़ने का इच्छुक हैं.

हालांकि उन्होंने चयन समिति को सूचित किया है वह इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी से शुरू हो रही तीन एकदिवसीय और तीन टी-20 मैचों की सीरीज में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे. इससे पहले धौनी ने दिसंबर 2014 में आस्ट्रेलिया दौरे के दौरान मेलबर्न में अचानक टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी थी. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास भी ले लिया था. आपको बता दें कि धौनी अपने कई फैसलों के लिए पहचाने जाते हैं. उन्होंने वर्ल्ड कप के दौरान कई फैसलों को लेकर हैरान कर दिया था.

एक नजर वर्ल्ड कप के दौरान धौनी के अहम फैसलों पर

जोगिंदर को बनाया हीरो

2007 वर्ल्ड टी-20 के फाइनल में अगर महेंद्र सिंह धौनी ने जोगिंदर शर्मा से आखिरी ओवर न कराया होता, तो दुनिया को शायद ये भी याद न रहता कि वो वर्ल्ड चैंपियन टीम का हिस्सा थे. फाइनल मैच के आख़िरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन की जरूरत थी. भारत को सिर्फ एक विकेट चाहिए था, लेकिन, क्रीज पर इन फॉर्म मिस्बाह उल हक मौजूद थे.ऐसे अहम मौके पर धौनी ने अनुभवी हरभजन सिंह की जगह जोगिंदर शर्मा को गेंद थमायी. जोगिंदर ने ओवर की तीसरी गेंद पर मिस्बाह का विकेट लेकर धोनी के दांव को हमेशा के लिए यादगार बना दिया.

धौनी का छक्का और इंडिया चैंपियन

2011 वर्ल्ड कप फाइनल में कुलशेखरा की गेंद पर धौनी का जीत दिलाने वाला छक्का कौन भूल सकता है. भारत को 28 साल बाद वर्ल्ड कप दिलाने वाले धौनी ने फाइनल में नाबाद 91 रन बनाये. उस मैच में अगर धौनी का बल्ला न चलता तो वो आलोचकों के निशाने पर होते.

किसने क्या कहा

माही की वनडे व टी-20 की कप्तानी छोड़ने से मैं बहुत दुखी हूं और इस बारे में और कुछ नहीं कह सकता. ये उनका अपना फैसला है और इस पर कुछ कहना ठीक नहीं होगा.

अमिताभ चौधरी, प्रेसीडेंट, जेएससीए

धौनी की कप्तानी छोड़ना भारतीय टीम के लिए अच्छा संकेत नहीं है. इनको अभी और कप्तान के रूप में खेलने की जरूरत थी. अगर उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया है तो सोच समझ कर ही लिया होगा.

जय कुमार सिन्हा, क्रिकेट कोच

माही का ये फैसला बड़ा चौंकाने वाला है. हमें लगता था कि वे अगले वर्ल्ड कप व टी-20 वर्ल्ड कप की कप्तानी करेंगे. हम उनके इस फैसले से चौंके भी हैं और दुखी भी हैं.

प्रदीप खन्ना, पूर्व क्रिकेटर

धौनी का फैसला हमेशा सरप्राइज करता है. वहीं कप्तानी छोड़ना शॉकिंग है. वहीं उनके कप्तानी छोड़ना अच्छा संकेत भी है जिससे नये युवा खिलाड़ियों को मौका मिलेगा. वहीं टीम के साथ जुड़े रहेंगे तो टीम को फायदा होगा.

आदिल हसन, पूर्व क्रिकेटर

ये धौनी का अच्छा डिसीजन है. उन्होंने अब तक क्रिकेट में सबकुछ हासिल कर लिया है. पिछले कुछ पुराने डिसीजन उनके सही नहीं रहे हैं.

अविनाश कुमार, पूर्व क्रिकेटर

धौनी का फैसला सही है. माही ने एक बार कहा था कि सही समय पर सही फैसला लूंगा. यही वह समय था. वनडे व टी-20 की कप्तानी छोड़ने का फैसला माही ने सोच समझ का लिया है.

चंचल भट्टाचार्य, क्रिकेट कोच

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