मुंबई : भारतीय चयनकर्तायों बैठकमें थोड़ा विलंब हो गया है.यह बैठक साढ़े 12.30 बजे से निर्धारित थी.इस बैठक में इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय और तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए टीम का चयन करना है. यह लगभग तय है कि विराट कोहली को इन दोनों प्रारुपों की कप्तानी भी सौंपी जायेगी, जिससे भारत की सीमित ओवरों की क्रिकेट में नये युग की शुरुआत होगी.
महेंद्र सिंह धौनी ने बुधवार को सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ दी और ऐसे में अब टेस्ट कप्तान कोहली को इन दोनों प्रारुपों में टीम की अगुआई करने का जिम्मा सौंपा जा सकता है. कोहली को कप्तानी का जिम्मा सौंपे जाने को लेकर किसी तरह का संदेह नहीं है, लेकिन चयनकर्ताओं के लिए उचित संतुलन बनाते हुए दो टीमों का चयन करना आसान नहीं होगा, क्योंकि कई खिलाड़ी अब भी चोटों से जूझ रहे हैं. मुंबई के दो बल्लेबाज रोहित शर्मा और अंजिक्य रहाणे चोटिल होने के कारण बाहर हैं.
इससे खराब फॉर्म में चल रहे शिखर धवन को फिट होने की स्थिति में के एल राहुल के साथ पारी का आगाज करने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. यह भी हो सकता है कि चयनकर्ता किसी बिल्कुल नये खिलाड़ी पर भरोसा दिखायें. कर्नाटक के राहुल चोटिल होने के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में नहीं खेल पाये थे. जबकि दिल्ली के बल्लेबाज धवन भी न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान चोटिल हो गये थे. बायें हाथ के बल्लेबाज धवन ने जनवरी में आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया में वनडे मैच खेले थे. पहले दो मैचों में फ्लॉप रहने के बाद उन्होंने अगले तीन मैचों में एक शतक और दो अर्धशतक लगाये थे.
धौनी की जगह लेना आसान नहीं होगा विराट के लिए
शुक्रवार को चयनकर्ताओं ने अगर विराट कोहली का नाम टी-20 और वनडे कप्तान के तौर पर घोषित कर दिया, तो विराट के लिए सफर आसान नहीं होगा. धौनी ने देश को कई उपलब्धियां दिलायी हैं. टीम का बागडोर संभालने के बाद कोहली को धौनी से बड़ी लकीर खींचने के लिए बहुत लंबा सफर तय करना होगा. कोहली की चुनौती इसी महीने 15 जनवरी से शुरू हो जायेगी, जब भारत को इंग्लैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज और तीन टी-20 मैचों की सीरीज खेलनी है.