अजहर को अयोग्‍य करार देने के बाद एचसीए ने कराया चुनाव,लेकिन नतीजे के लिए करना होगा इंतजार

हैदराबाद : पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का नामांकन अध्यक्ष पद के लिए खारिज किए जाने के बीच आज हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के चुनाव हुए. अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला पूर्व सांसद जी विवेकानंद और विद्युत जयसिम्हा के बीच था. उपाध्यक्ष पद के लिए के अनिल कुमार और इमरान महमूद आमने सामने थे. सचिव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2017 8:54 PM

हैदराबाद : पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का नामांकन अध्यक्ष पद के लिए खारिज किए जाने के बीच आज हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के चुनाव हुए. अध्यक्ष पद के लिए मुकाबला पूर्व सांसद जी विवेकानंद और विद्युत जयसिम्हा के बीच था. उपाध्यक्ष पद के लिए के अनिल कुमार और इमरान महमूद आमने सामने थे. सचिव पद के लिए टी शेषनारायण एकमात्र उम्मीदवार थे. हैदराबाद उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार हालांकि चुनाव का नतीजा घोषित नहीं किया गया.

एचसीए सचिन जान मनोज और अन्य अधिकारियों ने उच्च न्यायालय में याचिका देकर स्थानीय अदालत के आदेश पर हो रही चुनाव प्रक्रिया को चुनौती दी थी. उच्च न्यायालय ने हालांकि 11 जनवरी को चुनाव पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. अदालत ने निर्देश दिया कि चुनाव के नतीजे अगले आदेश तक जारी नहीं किए जाएं और इस मामले की सुनवाई अब 18 जनवरी को होगी.

इससे पहले अध्यक्ष पद के लिए अजहरुद्दीन के नामांकन को रद्द कर दिया गया. निर्वाचन अधिकारी के राजीव रेड्डी ने कहा कि इस पर कोई स्पष्टता नहीं है कि अजहरुद्दीन जिस क्लब का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं उसके पात्र मतदाता हैं या नहीं.
रेड्डी ने कहा, ‘‘उनका (अजहरुद्दीन का) नामांकन मुख्य रुप से दो कारणों से खारिज किया गया. उन्होंने बीसीसीआई द्वारा उन पर लगा प्रतिबंध हटाने के संदर्भ में पर्याप्त दस्तावेज मुहैया नहीं कराए. उन्होंने प्रतिबंध के मुद्दे पर अदालत का आदेश दिखाया. लेकिन मैं बीसीसीआई का दस्तावेज चाहता था जिसमें उन पर लगा प्रतिबंध हटाने की जानकारी हो.” उन्होंने कहा, ‘‘अन्य कारण जिस क्लब का वह प्रतिनिधित्व कर रहे थे उसमें उनका वोटिंग अधिकार था. इन दो कारणों से उनका नामांकन खारिज किया गया.”
अजहर ने राष्ट्रीय क्रिकेट क्लब की ओर से नामांकन दायर किया था. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने मामले को लेकर उन्हें (निर्वाचन अधिकारी को) सभी जवाब और स्पष्टीकरण दिए थे. लेकिन मेरा नामांकन खारिज हो गया. मैं निराश हूं. मैं अपनी उम्मीदवारी खारिज होने का कारण जानना चाहता हूं जिससे कि अगर जरुरत पड़े तो अदालत जा सकूं.”

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