बेंगलुरु : चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के जुझारु अर्धशतकों के बाद ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की फिरकी का जादू ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर हावी रहा जिससे भारत ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन जोरदार वापसी करते हुए 75 रन से जीत दर्ज करके चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी.
पिछले कुछ समय से खराब फार्म से जूझ रहे अश्विन ने 41 रन देकर छह विकेट हासिल किए जिससे 188 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 35.4 ओवर में 112 रन पर ढेर हो गई. अश्विन ने अपने करियर में 25वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट हासिल किए.
तेज गेंदबाज उमेश यादव ने भी उम्दा गेंदबाजी करते हुए 30 रन देकर दो विकेट चटकाए जबकि इशांत शर्मा और रविंद्र जडेजा को एक-एक विकेट मिला. जडेजा ने अपने आठ ओवर में सिर्फ तीन रन दिए. ऑस्ट्रेलिया की ओर से कप्तान स्टीवन स्मिथ (28) और पीटर हैंड्सकोंब (24) ही 20 से अधिक रन बना पाए. टीम ने अंतिम छह विकेट सिर्फ 11 रन जोड़कर गंवाए. इसमें से पांच विकेट अश्विन के खाते में गए.
ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट 333 रन से जीता था जबकि दूसरे टेस्ट में भारत पहले दिन से ही बैकफुट पर था लेकिन कल अंतिम सत्र में और आज सुबह पुजारा (92) और रहाणे (52) ने पांचवें विकेट के लिए 118 रन जोड़कर मेजबान टीम को मैच में बेहतर स्थिति में पहुंचाया जिसके बाद गेंदबाजों ने जीत की इबारत लिखी.
आज सुबह भारतीय टीम चार विकेट पर 213 रन से आगे खेलने उतरी लेकिन जोश हेजलवुड (67 रन पर छह विकेट) और मिशेल स्टार्क (दो विकेट पर 74 रन) की तूफानी गेंदबाजी के सामने दूसरी पारी में 97.1 ओवर में 274 रन पर सिमट गई.
पुजारा और अजिंक्य (52) ने हालांकि महत्वपूर्ण साझेदारी करके मेजबान टीम को मैच में बनाए रखा. इस साझेदारी के टूटने के बाद हालांकि भारतीय पारी को सिमटने में ज्यादा देर नहीं लगी. टीम ने अंतिम छह विकेट सिर्फ 36 रन पर गंवाए.
लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही. इशांत शर्मा ने पांचवें ओवर में ही मैट रेनशा (05) को विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों कैच हराया. इशांत की उछाल लेती गेंद रेनशा के ग्लव्स को चूमती हुई साहा के हाथों में गई और उन्होंने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की.
सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर (17) ने अश्विन पर छक्का जड़ा लेकिन इसी आफ स्पिनर की गेंद पर पगबाधा हो गए. वार्नर ने रिव्यू लिया लेकिन पैड और विकेट दोनों से गेंद टकराने पर ‘अंपायर काल’ आई और उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा. कप्तान स्मिथ इसके बाद भाग्यशाली रहे जब उमेश के पहले ओवर में ही गेंद ने उनके बल्ले का किनारा लिया लेकिन स्लिप में भारतीय कप्तान विराट कोहली कैच लपकने में नाकाम रहे.
स्मिथ ने अश्विन पर दो चौके मारे. इस बीच शान मार्श (09) दुर्भाग्यशाली रहे. उमेश की गेंद पर मैदानी अंपायर ने उन्हें पगबाधा आउट दिया लेकिन कप्तान से सलाह के बाद उन्होंने इसलिए डीआरएस नहीं लिया कि ऐसा करने पर अगर फैसला उनके खिलाफ जाता तो उनके दोनों रिव्यू खत्म हो जाते. बाद में हालांकि रीप्ले में दिखा कि अगर वह रिव्यू का सहारा लेते तो नाटआउट करार दिए जाते क्योंकि गेंद काफी बाहर जा रही थी.
स्मिथ (28) भी इसके बाद उमेश की बेहद नीची रहती गेंद पर पगबाधा हो गए. हैंड्सकोंब और मिशेल मार्श (13) ने पांचवें विकेट के लिए तेजी से 27 रन जोड़े. दोनों ने 26वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन तक पहुंचाया. कोहली ने इसके बाद गेंद अपने शीर्ष स्पिनर अश्विन को थमाई जिन्होंने मिशेल मार्श को शार्ट लेग पर करुण नायर के हाथों कैच कराया.
अश्विन के अगले ओवर में मैथ्यू वेड (00) भी पवेलियन लौट गए जब गेंद उनके बल्ले का किनारा लेने के बाद पैड से टकराते हुए हवा में उछली और विकेटकीपर साहा ने गोता लगाते हुए बेतरीन कैच लपका जिससे टीम का स्कोर छह विकेट पर 101 रन हो गया.
अश्विन ने चाय के बाद अपने पहले ओवर में मिशेल स्टार्क (01) को बोल्ड करके ऑस्ट्रेलिया को सातवां झटका दिया. जडेजा ने इसके बाद नीची रहती सीधी गेंद पर स्टीव ओकीफी (02) के विकेट उखाड़े जबकि हैंड्सकोंब अश्विन पर बड़ा शाट खेलने की कोशिश में गेंद को हवा लहरा गए और साहा ने आसान कैच लपका. अश्विन ने एक गेंद बाद नाथन लियोन (02) को अपनी ही गेंद पर लपककर भारत को जीत दिलाई.
अश्विन ने अपने अंतिम पांच विकेट के लिए सिर्फ छह रन खर्च किए. यह आफ स्पिनर इस दौरान भारत का पांचवां सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज भी बना. उनके नाम पर अब 47 मैचों में 269 विकेट दर्ज हैं. इस आफ स्पिनर ने बायें हाथ के दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी को पीछे छोड़ा जिन्होंने 67 मैचों में 266 विकेट हासिल किए.
इससे पहले सुबह ऑस्ट्रेलिया ने 80 ओवर के बाद दूसरी नई गेंद ली जिसके बाद हेजलवुड ने तूफानी गेंदबाजी की. हेजलवुड ने आज सुबह पुजारा, रविचंद्रन अश्विन (04) और उमेश (01) को आउट किया जबकि कल उन्होंने अभिनव मुकुंद, कप्तान विराट कोहली और रविंद्र जडेजा को पवेलियन भेजा था.
नयी गेंद से सबसे पहले स्टार्क ने लगातार गेंदों पर कल के नाबाद बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (52) और करुण नायर (00) को आउट किया. पुजारा और रहाणे ने सुबह पांचवें विकेट के लिए 25 रन और जोड़े जिसके बाद स्टार्क ने रहाणे को पगबाधा करके ऑस्ट्रेलिया को दिन की पहली सफलता दिलाई. इन दोनों ने बीच यह साझेदारी श्रृंखला की अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है.
रहाणे ने आउट होने से ठीक पहले स्टार्क की गेंद पर चौके के साथ 128 गेंद में अर्धशतक पूरा किया था. अपने पिछले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक जड़ने वाले नायर अपने घरेलू मैदान पर स्टार्क की अगली गेंद को विकेटों पर खेल गए.
हेजलवुड ने इसके बाद उछाल लेती गेंद पर पुजारा को मिशेल मार्श के हाथों कैच कराके भारत का स्कोर सात विकेट पर 242 रन किया. पुजारा ने 221 गेंद की अपनी पारी में सात चौके मारे. अश्विन ने आते ही हेजलवुड पर चौका जड़ा लेकिन अगली गेंद पर बोल्ड हो गए.
उमेश ने भी हेजलवुड की गेंद पर मिड आफ पर डेविड वार्नर को आसान कैच थमाया. रिद्धिमान साहा (नाबाद 20) और इशांत शर्मा (06) ने अंतिम विकेट के लिए 16 रन जोड़े जिसके बाद बायें हाथ के स्पिनर स्टीव ओकीफी (36 रन पर दो विकेट) ने इशांत को कवर में शान मार्श के हाथों कैच कराके भारतीय पारी का अंत किया.