बेंगलुरु : चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के जुझारु अर्धशतक और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की फिरकी के जादू से भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन जोरदार वापसी करते हुए 75 रन से मात दे दी और चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर ली.
पिछले कुछ समय से खराब फार्म से जूझ रहे अश्विन ने 41 रन देकर छह विकेट हासिल किए जिससे 188 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 35.4 ओवर में 112 रन पर ढेर हो गई. अश्विन ने अपने करियर में 25वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट हासिल किए.
ऑस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट में मात देकर विराट कोहली भी राहत ही सांस ले रहे होंगे. क्योंकि पहले टेस्ट में करारी हार और बल्लेबाजी में खराब प्रदर्शन के बाद उनकी आलोचना शुरू हो गयी थी. क्रिकेट समर्थक बोलने लगे थे कि कोहली की सेना केवल कमजोर टीम के खिलाफ ही आक्रामक है, अच्छी टीम के खिलाफ कोहली कमजोर साबित हो रहे हैं, लेकिन आज टीम इंडिया ने जिस प्रकार का प्रदर्शन दिखाया है उससे सभी आलोचकों के मुंह बंद हो गये हैं. आइये जानने की कोशिश करें जीत का क्या फैक्टर रहा.
1. अश्विन फिर साबित हुए टीम इंडिया के लिए सबसे उपयोगी
ऑस्ट्रेलिया को खेल के चौथे दिन में ही 75 रन से हरा कर टीम इंडिया ने आज बड़ी जीत दर्ज की है. इस जीत में फिर एक बार आर अश्विन सबसे उपयोगी साबित हुए. अश्विन ने 41 रन देकर 6 ऑस्ट्रेलियाई खिलाडियों को पवेलियन का रास्ता दिखाया.
अश्विन ने अपने टेस्ट कैरियर में 25वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट हासिल किये. आज उन्होंने कोच अनिल कुंबले और भारत के महान खिलाडियों में शामिल बिशन सिंह बेदी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. अश्विन भारत की ओर से सबसे तेज 200 विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है और कुंबले को पीछे छोड़ दिया है.
अश्विन ने अपने अंतिम पांच विकेट के लिए सिर्फ छह रन खर्च किए. यह आफ स्पिनर इस दौरान भारत का पांचवां सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज भी बना. उनके नाम पर अब 47 मैचों में 269 विकेट दर्ज हैं. इस आफ स्पिनर ने बायें हाथ के दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी को पीछे छोड़ा जिन्होंने 67 मैचों में 266 विकेट हासिल किए.
2. चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की शानदार बल्लेबाजी
टीम इंडिया की जीत में सबसे बड़ी भूमिका रहाणे और पुजारा की रही है. क्योंकि एक समय टीम इंडिया चार विकेट खोकर परेशानी में पड़ गयी थी, लेकिन रहाणे और पुजारा ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम इंडिया को परेशानी से बाहर निकाला और दूसरी पारी में टीम इंडिया का स्कोर 274 रन तक पहुंचाया.
पुजारा (92) और अजिंक्य (52) ने हालांकि महत्वपूर्ण साझेदारी करके मेजबान टीम को मैच में बनाए रखा. इस साझेदारी के टूटने के बाद हालांकि भारतीय पारी को सिमटने में ज्यादा देर नहीं लगी. टीम ने अंतिम छह विकेट सिर्फ 36 रन पर गंवाए.
3. कसी हुई गेंदबाजी और बेजोड़ फिल्डिंग
टीम इंडिया ने पहले टेस्ट की तुलना में दूसरे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन दिखाया है. पिच का मिजाज जैसा था उसके अनुसार पहली पारी में बल्लेबाजी खास तो नहीं रही, लेकिन दूसरी पारी में टीम इंडिया ने शानदार बल्लेबाजी का नजारा पेश किया. इसके साथ ही गेंदबाजों ने बेजोड़ गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में मात्र 112 रन पर समेट दिया. इसके साथ टीम इंडिया की फिल्डिंग भी शानदार रही. रिद्धिमान साहा ने दूसरी पारी में तीन-तीन कैच पकड़े. गेंदबाजी में अश्विन ने जहां 6 खिलाडियों को आउट किया, वहीं दो विकेट उमेश यादव ने और एक-एक विकेट जडेजा व इशांत शर्मा के खाते में गये.
4. ऑस्ट्रेलिया की खराब बल्लेबाजी
टीम इंडिया की जीत में ऑस्ट्रेलिया की खराब बल्लेबाजी ने भी अहम भूमिका निभायी. पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 276 रनों की पारी खेली थी, लेकिन दूसरी पारी में पूरी टीम मात्र 112 रन पर सिमट गयी. हालांकि टीम इंडिया से ऑस्ट्रेलियाई टीम को बहुत छोटा लक्ष्य मिला था, लेकिन भारत की घातक गेंदबाजी के आगे कंगारु कुछ नहीं कर पाये.
लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही. इशांत शर्मा ने पांचवें ओवर में ही मैट रेनशा (05) को विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों कैच हराया. इशांत की उछाल लेती गेंद रेनशा के ग्लव्स को चूमती हुई साहा के हाथों में गई और उन्होंने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की.
5. पिच ने दिया टीम इंडिया को साथ, कोहली बने टॉस का बॉस
टीम इंडिया की जीत में अगर पिच की भूमिका को दरकिनार कर दिया जाए तो ये गलत होगा. क्योंकि लगातार दो मैच से पिच ने अपनी अहम भूमिका निभायी है. पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया को अगर शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा तो उसमें पिच ने अहम भूमिका निभायी थी. उसी प्रकार दूसरे टेस्ट में भी जिस तरह से पिच ने स्पिनरों को साथ दिया उसी का नतिजा है कि टीम इंडिया को शानदार जीत मिली. टीम इंडिया के लिए यह सबसे खास रहा कि कप्तान विराट कोहली ने दूसरे टेस्ट में टॉस जीत लिया.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला सही साबित हुआ. ऑस्ट्रेलिया को चौथी पारी खेलनी पड़ी. चौथे दिन पिच का मिजाज पुरी तरह से बदल चुका था और यहां अश्विन काफी घातक साबित हुए. पहले मैच में भी ऑस्ट्रेलिया को टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का लाभ मिला था और टीम इंडिया को 333 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा था.