राहुल द्रविड़ बन सकते हैं टीम इंडिया के मुख्य कोच, टीम निदेशक हो सकते हैं कुंबले
नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले को टीम निदेशक बनाया जा सकता है. मीडिया रिपोर्टों की मानें, तो टीम में बेहतर सामंजस्य के लिए यह पद एक व्यक्ति को दिया जायेगा, जो दोनों भूमिका अच्छी तरह निभा सके. * जूनियर भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ को मुख्य कोच बनाया […]
नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले को टीम निदेशक बनाया जा सकता है. मीडिया रिपोर्टों की मानें, तो टीम में बेहतर सामंजस्य के लिए यह पद एक व्यक्ति को दिया जायेगा, जो दोनों भूमिका अच्छी तरह निभा सके.
* जूनियर भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ को मुख्य कोच बनाया जा सकता है
भारतीय टीम के प्रमुख कोच अनिल कुंबले के पद को बढ़ाते हुए अब टीम निदेशक की भूमिका सौंपी जा सकती है. प्रशासकों की समिति (सीओए) ने यह फैसला तब लिया है जब उन्होंने कोचिंग स्टाफ के ढांचे में बदलाव करने का निर्णय लिया, ताकि इंगलैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के समान पद से मेल कर सके.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार हम समय के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं और इसी वजह से ढांचे में बदलाव पर ध्यान दिया जा रहा है. अगर ऐसा होता है, तो भारतीय टीम को फायदा मिलेगा. एक व्यक्ति सभी टीमों का ध्यान रखेगा और ऐसे में सभी जगह पर्याप्त सामंजस्य होगा. यह योजना लगभग तैयार है और इसकी मजबूत संभावना है कि जब नये अनुबंध होंगे तब यह बदलाव किए जायेंगे.
पिछले वर्ष जून में वेस्टइंडीज दौरे के बाद अनिल कुंबले ने भारतीय टीम के प्रमुख कोच की जिम्मेवारी संभाली. उनके मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने तीनों प्रारूपों में बेहतर प्रदर्शन किया. कुंबले के कोच पद पर रहते हुए भारत ने वेस्टइंडीज को उसके घर में, जबकि न्यूजीलैंड और इंगलैंड को अपने देश में मात दी.
कुंबले के मार्गदर्शन में विराट कोहली बतौर खिलाड़ी और कप्तान उभरकर मजबूती से सामने आये. वह क्रिकेट इतिहास के पहले बल्लेबाज बने, जिन्होंने लगातार चार टेस्ट सीरीज में दोहरे शतक जमाये. 28 वर्षीय कोहली ने हाल ही में कोच कुंबले की जमकर तारीफ करते हुए कहा था कि उनका कभी हार नहीं माननेवाला रवैया टीम को फायदा पहुंचा रहा है.
* नये कोच चुने जायेंगे
रिपोर्टों के अनुसार सिर्फ कोच पद में ही बदलाव नहीं होगा. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरभ गांगुली वाली क्रिकेट सलाहकार समिति भी दोबारा एक्शन में आ सकती है. इन्हें पुरानी भूमिका एक बार फिर निभानी पड़ सकती है, जहां प्रतिभाशाली सदस्यों का चुनाव करना होगा, जैसा कि पिछले वर्ष कोच पद के लिए किया गया था.
सूत्रों ने आगे बताया कि इस बदलाव से भारतीय टीम को फायदा मिलेगा, क्योंकि एक व्यक्ति सभी टीमों का ध्यान रखेगा, जिससे टीम में अच्छा सामंजस्य होगा.