नयी दिल्ली : झारखंड और विदर्भ की टीमें विजय हजारे ट्रॉफी एकदिवसीय टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में बुधवार को जब यहां पालम मैदान पर आमने-सामने होंगी तो, सभी की नजरें एक बार फिर पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी पर टिकी होंगी.
रणजी ट्रॉफी में झारखंड के अनौपचारिक मेंटर रहे धौनी विजय हजारे टीम के सक्रिय सदस्य हैं और अब तक सभी छह मैचों में उन्होंने टीम की अगुआई की है. धौनी की मौजूदगी के कारण जहां भी झारखंड की टीम खेली है, वहां अच्छी संख्या में दर्शक पहुंचे हैं और बुधवार को भी ऐसा ही होने की उम्मीद है. जून में होनेवाली चैंपियंस ट्रॉफी से पहले यह 50 ओवर के प्रारूप में धौनी के लिए अंतिम प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट है.
जम्मू एवं कश्मीर के खिलाफ कल्याणी में पिछले मैच में विजयी रन बनाने वाले धौनी ने टूर्नामेंट में प्रभावी प्रदर्शन किया है और पिछले महीने ईडन गार्डेंस में छत्तीसगढ़ के खिलाफ 129 रनों की पारी भी खेली थी. सभी की नजरें भले ही धौनी पर टिकी हों, लेकिन टूर्नामेंट में टीम के उनके अन्य साथियों ने भी प्रभावित किया है.
रणजी ट्रॉफी में टीम की अगुआई करने वाले सीनियर बल्लेबाज सौरभ तिवारी दो शतक की मदद से 60 से अधिक की औसत से टीम की ओर से सर्वाधिक 303 रन बना चुके हैं. रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम ने एक बार फिर गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया है. राहुल शुक्ला और तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने भी प्रभावित किया है. विदर्भ की ओर से सलामी बल्लेबाज जितेश शर्मा ने अब तक 48. 50 की औसत से 291 रन बनाये हैं और गणेश सतीश के नाम 51. 80 की औसत से 259 रन दर्ज हैं. कप्तान फैज फजल पिछली तीन पारियों में नाकाम रहने के बाद क्वार्टर फाइनल में छाप छोड़ना चाहेंगे.
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