धर्मशाला टेस्ट LIVE : भारत ने दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को 137 पर समेटा, जीतने के लिए 106 रनों की दरकार

IND 332 AUS 300, 137-all out (53.5 Ovs) धर्मशाला : भारतीय गेदबाजों ने आज यहां बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरी पारी में 137 रनों पर समेट दिया. अभी दो दिनों का खेल बाकी है. ऐसे में भारत के पास 106 रन का आसान लक्ष्‍य हासिल करना कठिन नहीं होगा. भारत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2017 7:47 AM

IND 332

AUS 300, 137-all out (53.5 Ovs)

धर्मशाला : भारतीय गेदबाजों ने आज यहां बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरी पारी में 137 रनों पर समेट दिया. अभी दो दिनों का खेल बाकी है. ऐसे में भारत के पास 106 रन का आसान लक्ष्‍य हासिल करना कठिन नहीं होगा. भारत ने आज यहां फार्म में चल रहे कप्तान स्टीव स्मिथ समेत आस्ट्रेलिया की आधी टीम को पवेलियन भेजकर चौथे और अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन शिंकजा कस लिया. चाय ब्रेक तक आस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में पांच विकेट गंवाकर 92 रन बना चुकी थी, जिससे उसकी कुल बढ़त 60 रन की हो गयी थी. वहीं चाय के बाद खेल शुरू होते ही भारत ने ऑस्‍ट्रेलिया को दो और झटके दिये. फिलहाल आस्‍ट्रेलिया करीब 100 रन की बढ़त ले चुकी है और उसके नौ विकेट पवेलियन लौट गये हैं. ग्लेन मैक्सवेल (48 गेंद में नाबाद 37 रन) और पीटर हैंड्सकोंब (18) ने सकारात्मक बल्लेबाजी करते हुए चौथे विकेट के लिये 56 रन की भागीदारी निभायी. भारत ने रविंद्र जडेजा की स्ट्रोक भरी 63 रन की पारी से पहली पारी में 332 रन बनाकर 32 रन की बढत हासिल की.

भुवनेश्वर कुमार भाग्यशाली रहे जब स्मिथ ने उनकी शार्ट गेंद को पुल करने का प्रयास किया और यह उनके बल्ले से लगकर आफ स्टंप उखाड गयी. स्मिथ अपनी बेहतरीन फार्म में थे, उन्होंने 17 रन की पारी के दौरान तीन बाउंड्री लगा ली थी, लेकिन आउट होने से वह सीरीज में 500 रन पूरा करने से महज एक रन से चूक गये. उमेश यादव (छह ओवर में 22 रन देकर दो विकेट) ने उछाल भरी पिच पर दोनों सलामी बल्लेबाजों को परेशान किया. कुछ बाउंसर फेंकने के बाद उमेश ने अच्छा मूवमेंट हासिल किया और इसी दौरान डेविड वार्नर (06) उनकी गेंद पर बल्ला छुआकर विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को कैच दे बैठे.

मैट रेनशॉ (08) को तब जीवनदान मिला जब भुवनेश्वर की गेंद पर करुण नायर ने तीसरी स्लिप में उनका कैच छोड़ दिया. लेकिन यह आस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सका और साहा को पारी का दूसरा कैच देकर पवेलियन लौट गया. मैक्सवेल हालांकि अच्छे मूड में थे, उन्होंने पदार्पण करने वाले कुलदीप यादव की गेंद को लांग आन में छक्के के लिये भेज दिया. उन्होंने तेजी से रन जुटाये, जिसमें पांच चौके और एक छक्का शामिल था. हैंड्सकोंब भी हालांकि बेहतर दिख रहे थे लेकिन अश्विन ने उनका विकेट लिया. उनकी तेजी से उछाल लेती गेंद बल्ले पर लगकर कप्तान अंजिक्य रहाणे के हाथों में समां गयी. शॉन मार्श (01) जडेजा का पहला शिकार बने, जिनका कौच फारवर्ड शार्ट लेग पर चेतेश्वर पुजारा ने लिया.

इससे पहले जडेजा (95 गेंद में 63 रन) की चार चौकों और चार छक्कों जडि़त अर्धशतकीय पारी की मदद से भारत ने बढ़त हासिल की. उन्होंने टेस्ट में अपना सातवां अर्धशतक जड़ा. रिद्धिमान साहा (31) के साथ सातवें विकेट के लिये 30 ओवर में 96 रन की साझेदारी धर्मशाला की इस पिच पर टर्निंग प्वाइंट साबित हुई. आस्ट्रेलिया के लिये नाथन लियोन (98 रन देकर पांच विकेट) ने पांच विकेट झटके. साहा ने सुबह के पैट कमिंस (94 रन देकर तीन विकेट) और जोश हेजलवुड (51 रन देकर एक विकेट) के मुश्किल स्पैल के बावजूद मजबूत जज्बा दिखाया. जडेजा सुबह कमिंस के तीसरे ओवर की पहली गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे, लेकिन उन्होंने तुंरत ही डीआरएस का इस्तेमाल किया जिसका फैसला भारतीय खिलाडी के हक में रहा क्योंकि टीवी रिप्ले में पुष्टि हुई कि बल्ला गेंद पर नहीं लगा था.

कमिंस की एक गेंद उनके हेलमेट पर भी लगी लेकिन जडेजा जरा भी असहज नहीं दिखे. जडेजा का सुबह सर्वश्रेष्ठ शाट कमिंस की गेंद पर स्ट्रेट ड्राइव था. फिर लियोन की फ्लाइट की गयी गेंद पर उन्होंने लांग आफ पर तीसरा छक्का जडा. उन्होंने लियोन की गेंद पर स्लिप में बेहतरीन बाउंड्री लगायी. साहा भी उनके साथ एक रन और कभी कभार दो रन जुटाते दिखे जबकि जडेजा ने बीच बीच में अपनी इच्छानुसार जोखिम भी उठाये.

तेजी से लिये गये एक रन से उनका अर्धशतक पूरा हुआ और हमेशा की तरह उन्होंने बल्ले से ‘तलवारबाजी’ का एक्शन करते हुए जश्न मनाया. इससे वह मौजूदा सत्र में छह बार 50 से ज्यादा रन बनाने वाले विराट कोहली, लोकेश राहुल और मुरली विजय के साथ शामिल हो गये. जडेजा को कमिंस की शार्ट पिच गेंदों से भी कोई परेशानी नहीं हुई, उन्होंने इस गेंदबाज पर डीप मिड विकेट की ओर एक बाउंड्री लगायी और फिर अपना चौथा छक्का भी स्क्वायर के पीछे लगाया. कमिंस हालांकि उनका विकेट हासिल करने में सफल रहे.

जडेजा ने फुल लेंथ गेंद को स्मैश करने के प्रयास में इस गेंदबाज को विकेट दे दिया. भुवनेश्वर कुमार (00) स्टीव ओफीकी का मैच का पहला शिकार बने. कमिंस ने फिर साहा का विकेट अपने नाम किया, स्टीव स्मिथ ने शानदार कैच लपककर उनकी पारी का अंत किया. हालांकि यह उनके हाथ से निकल गया था लेकिन स्मिथ ने सही समय पर इसे दोबारा लपक लिया. जडेजा और साहा ने इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन पूरे किये.

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