धर्मशाला : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और आखिरी टेस्ट में टीम इंडिया जीत के करीब है. जीत के लिए महज 87 रनों की जरूरत है. नियमित कप्तान विराट कोहली की अनुपस्थिति में पार्टटाइम कप्तान अजिंक्य रहाणे की अगुआई में खेल रही टीम इंडिया ने मौजूदा टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया है.
गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने बेहतरीन खेल दिखाया है. फिल्डिंग भी अच्छी रही है भारतीय टीम की. इसी का नतिजा रहा कि खेल के तीसरे दिन ही टीम इंडिया ने कंगारुओं की दोनों पारी समेट दी और जीत के दहलीज में कदम रख लिया है.
कल के खेल में ऑस्ट्रेलियाई टीम जब बल्लेबाजी कर रही थी और आखिरी विकेट मैदान पर भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के आगे जुझ रहा थी तो कुछ ऐसा हुआ की पूरी टीम इंडिया मैदान छोड़कर पवेलियन का रुख कर लिया था. इसे देखकर सभी हैरान रह गये.
दरअसल अश्विन ऑस्ट्रेलियाई पारी का 54वां ओवर डाल रहे थे और बल्लेबाजी हैजलउड कर रहे थे. हैजलउड ने अश्विन की तीसरी गेंद को स्लीप की ओर खेला जिसे मुरली विजय ने कैच कर लिया. कैच करने के साथ ही टीम मुरली विजय पवेलियन की ओर जाने लगे. उनके पीछे पूरी टीम इंडिया भी पवेलियन का रास्ता पकड़ लिया.
लेकिन इसी बीच मैदानी अंपायर ने थर्ड अंपायर को फैसले के लिए इशारा कर दिया. थर्ड अंपायर ने हैजलउड को नॉट आउट करार दिया और पूरी टीम इंडिया को वापस मैदान पर लौटना पड़ा. दरअसल मुरली ने कैच सही तरीके से नहीं लपका था. गेंद मुरली के हाथों में आने से पहले मैदान को चूम लिया.
अश्विन को फिर से हैजलउड को गेंद डालना पड़ा, हालांकि हैजलउड को जीवनदान का ज्यादा लाभ नहीं मिला और इसी ओवर के पांचवीं गेंद पर अश्विन ने उन्हें पगबाधा आउट किया और इसके साथ कुगारुओं की दूसरी पारी का भी अंत हो गया.