कानपुर : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करके लौटे कुलदीप यादव का कहना है कि भारतीय ड्रेसिंग रुम में उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला, खासकर कोच अनिल कुंबले ,कप्तान विराट कोहली और आखिरी टेस्ट में कार्यवाहक कप्तान अंजिक्य रहाणे उनकी काफी हौसलाअफजाई की.
यादव दो दिन कानपुर रहने के बाद आईपीएल में अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स में शामिल होने के लिये चले जायेंगे. उन्होंने कहा कि वह काफी सौभाग्यशाली है कि उन्हें भारत और ऑस्ट्रेलिया टेस्ट श्रृंखला में टीम इंडिया के साथ रहने को मिला. उन्होंने कहा ,‘‘इस दौरान मैं मैच तो नही खेला लेकिन कोच कुंबले मुझे अक्सर गेंदबाजी की बारीकियां बताते थे और मुझे अच्छी गेंदबाजी के लिये प्रेरित करते थे.”
उन्होंने कहा कि भले ही कोहली की कप्तानी में वह नहीं खेल सके लेकिन पहला टेस्ट विकेट लेने पर कोहली ने उन्हें बधाई दी. इसके अलावा कोच कुंबले और रहाणे ने भी मनोबल बढ़ाया. पहली बार भारत की टेस्ट कैप पहनते कैसा महसूस किया, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि, ‘‘मैं काफी भावुक हो गया था कि इतनी मेहनत के बाद मेरा और मेरे परिवार का सपना पूरा हुआ. इसी तरह जब मैने पहला विकेट लिया तो भी मै काफी भावुक हो गया और साथी खिलाडियों ने मुझे संभाला. ”
यादव ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि सीनियर खिलाडियों से मिली सलाह को ध्यान में रखते हुए कड़ी मेहनत करें और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बने रहें. कुलदीप के चकेरी स्थित घर पर आज सुबह ही जैसे ही लोगो को पता चला कि कुलदीप घर आये है, घर के बाहर क्रिकेट प्रेमियों की भीड़ लग गयी और हर कोई कुलदीप को बधाई देने के लिये मिलना चाहता था. कुलदीप के पिता राम सिंह यादव भी आज काफी खुश थे क्योंकि उनका बेटा भारत की तरफ से पहला टेस्ट मैच खेलकर घर वापस लौटा है.