राजकोट : अपने घरेलू बल्लेबाजों पर काफी हद तक निर्भर कोलकाता नाइटराइडर्स कल यहां जब आईपीएल दस का अपना पहला मैच खेलने के लिये उतरेगा तो उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती गुजरात लायन्स के शीर्ष क्रम से पार पाना होगा जिसमें कुछ दिग्गज विदेशी बल्लेबाज शामिल हैं. सुरेश रैना की अगुवाई वाली लायन्स की टीम ने पिछले साल अपने पदार्पण वर्ष में ही अच्छा प्रदर्शन किया और वह लीग चरण में शीर्ष पर रही थी. यह अलग बात है कि क्वालीफायर्स में वह बेहतर खेल नहीं दिखा पायी और आखिर में उसे तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था.
केकेआर ने भी गौतम गंभीर की कप्तानी में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखा है और पिछले साल वह शीर्ष चार में जगह बनाने में सफल रही थी. गुजरात लायन्स का बल्लेबाजी क्रम सभी टीमों में सबसे मजबूत है. उनके पास शीर्ष क्रम में ब्रैंडन मैकुलम, ड्वेन स्मिथ, आरोन फिंच और रैना शामिल हैं. इन चारों ने पिछले साल 300 से अधिक रन बनाये थे.
मध्यक्रम में बेहतरीन फार्म में चल रहे दिनेश कार्तिक और इशान किशन हैं जबकि जेम्स फाकनर जैसे बिग हिटर डेथ ओवरों में अपनी उपयोगिता साबित कर चुके हैं. ड्वेन ब्रावो और रविंद्र जडेजा के पूरी तरफ फिट होने के बाद वापसी करने पर लायन्स को अधिक मजबूती मिलेगी और उसके पास ज्यादा विकल्प रहेंगे.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में बल्ले और गेंद दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले जडेजा के बारे में लायन्स के कोच ब्रैड हॉज भी कह चुके हैं कि उनकी भरपायी कोई अन्य खिलाड़ी नहीं कर सकता है. निश्चित तौर पर केकेआर के खिलाफ लायन्स को उनकी कमी खलेगी.
लायन्स की गेंदबाजी काफी हद तक घरेलू गेंदबाजों पर निर्भर है जिसमें धवल कुलकर्णी और प्रवीण कुमार प्रमुख हैं. स्मिथ और फाकनर की उपस्थिति से रैना के पास अधिक विकल्प होंगे. जडेजा की वापसी की तक स्पिन विभाग की जिम्मेदारी शादाब जकाती और शिविल कौशिक पर रहेगी.
लायन्स के इन गेंदबाजों की केकेआर के घरेलू बल्लेबाजों के सामने ही परीक्षा होगी जिसकी अगुवाई कप्तान गंभीर करेंगे. उनके अलावा रोबिन उथप्पा, मनीष पांडे, सूर्यकुमार यादव, इशांक जग्गी और यूसुफ पठान केकेआर के बल्लेबाजी क्रम में शामिल हैं. केकेआर को वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल की कमी खलेगी जो एक साल का प्रतिबंध लगने के कारण इस बार आईपीएल में नहीं खेल रहे हैं. इंग्लैंड के क्रिस वोक्स और न्यूजीलैंड के कोलिन डि ग्रैंडहोम पर उनकी कमी पूरी करने की जिम्मेदारी रहेगी.
केकेआर के पास मध्यक्रम में शाकिब अल हसन के रुप में एक अच्छा ऑलराउंडर है. कैरेबियाई स्पिनर सुनील नारायण फिर से गंभीर के लिये तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं. नारायण ने केकेआर की तरफ से अब तक काफी अच्छा प्रदर्शन किया है. स्पिन विभाग में उनका साथ देने के लिये शाकिब और चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट मैच में प्रभावशाली पदार्पण किया था. केकेआर की तेज गेंदबाजी के अगुआ उमेश यादव शुरुआती दो मैचों में नहीं खेल पाएंगे और ऐसे में टीम न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रही होगी. मैच रात आठ बजे से शुरू होगा.