कोलकाता : क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है. इसमें रोजना कोई न कोई रिकॉर्ड बनता है और टूट जाता है. कल कोलकाता का ईडन गार्डन भी क्रिकेट के ऐसी ही एक रिकॉर्ड को गवाह बना. कोलकाता नाइटराइडर्स ने कल अपने होम ग्राउंड ईडन गार्डंस में इंडियन प्रीमियर लीग मैच में रायलचैलेंजर्सबेंगलूर को 82 रन से करारी शिकस्त दी, लेकिन इसमें खास रहा विराट कोहली की सेना का महज 49 रन पर ढेर हो जाना.
आईपीएल इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि कोई टीम अर्धशतक भी पूरा नहीं कर पायी और पूरी की पूरी टीम पवेलियन लौट गयी. टी-20 फॉर्मेट जब शुरू हो रहा था तो क्रिकेट विशेषज्ञयों की राय थी कि इस फॉर्मेट में गेंदबाजों के लिए कुछ नहीं है, बल्कि कहा गया गेंदबाजों के लिए कब्रगाह. फटाफट क्रिकेट में गेंदबाजों पर हमेशा बल्लेबाज हावी रहते हैं, लेकिन कल के मैच ने यह साबित कर दिया कि आईपीएल गेंदबाजों के लिए खास है.
ऐसा रहा केकेआर और बेंगलूर के बीच मैच का रोमांच
रायल चैलेंजर्स बेंगलूर ने बल्लेबाजी का न्यौता देकर केकेआर को 19.3 ओवर में 131 रन पर आल आउट कर दिया. लेकिन जब बेंगलूर की टीम इस मामूली से स्कोर का पीछा करने उतरी तो एक के बाद एक खिलाड़ी आउट होते चले गये और कोई भी खिलाडी दोहरे अंक तक नहीं पहुंच सका और पूरी टीम 9.4 ओवर में 49 रन पर सिमट गयी जो आईपीएल इतिहास में उसका न्यूनतम स्कोर है. ‘मैन आफ द मैच’ नाथन कूल्टर नाइल ने तीन ओवर में 21 रन, कोलिन डि ग्रैंडहोमे ने 1.4 ओवर में चार रन और क्रिस वोक्स ने दो ओवर में छह रन देकर तीन तीन विकेट चटकाये. बेंगलूर ने अपने कप्तान विराट कोहली का विकेट दूसरी ही गेंद पर गंवा दिया और अगले ही ओवर में मनदीप सिंह के रुप में दूसरा विकेट खो दिया.
इतना ही काफी नहीं था कि तीसरे ही ओवर में एबी डिविलियर्स भी खराब शाट खेलकर विकेटकीपर रोबिन उथप्पा को आसान कैच देकर आउट हो गये जो नाथन कूल्टर नाइल का दूसरा विकेट था. केदार जाधव के आउट होने से 4.1 ओवर में स्कोर चार विकेट पर 24 रन हो गया.
सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल और स्टुअर्ट बिन्नी क्रीज पर थे. वेस्टइंडीज के स्टार खिलाड़ी से टीम को उम्मीद थी लेकिन वह वोक्स की गेंद को सही टाइम नहीं कर सके और कूल्टर नाइल को कैच दे बैठे. यह सातवां ओवर था, दो गेंद बाद बिन्नी ने विकेटकीपर को कैच थमा दिया. सात ओवर बाद स्कोर छह विकेट पर 40 रन हो गया. दो रन जुडने के बाद पवन नेगी का विकेट गिरा और जल्द ही यह आठ विकेट पर 44 रन हो गया. अगले दो विकेट भी पांच रन के अंदर गिर गये. इससे पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद घरेलू टीम अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा सकी और लगातार अंतराल पर विकेट खोने से 131 रन ही बना सकी.
बेंगलूर के लिये स्पिनर युजवेंद्र चाहल ने 16 रन देकर तीन विकेट झटककर शानदार प्रदर्शन किया, उनके अलावा टाइमल मिल्स और नेगी ने दो दो विकेट झटके जबकि सैमुअल बद्री, स्टुअर्ट बिन्नी और श्रीनाथ अरविंद ने एक एक विकेट प्राप्त किया. नारायण ने पारी का आगाज करते हुए फिर अच्छी बल्लेबाजी की. उन्होंने पिछले मैच की तरह इस मैच में भी आक्रामक शुरुआत करते हुए पहले ही ओवर में एक छक्के और तीन चौकों से 18 रन बनाये. लेकिन अन्य बल्लेबाज उनके नक्शेकदमों पर नहीं चल सके जिससे टीम बड़ा स्कोर नहीं बना सकी.
चौथे ओवर की पहली गेंद में बेंगलूर की टीम ने रन आउट का अच्छा मौका गंवा दिया. लेकिन मिल्स के इसी ओवर में केकेआर ने अपने कप्तान गंभीर (14) का विकेट गंवा दिया, हालांकि रिप्ले में पुष्टि हो गयी कि गेंद उनके ग्लव्ज से लगकर गयी थी, बल्ले से नहीं. उथप्पा तीसरे नंबर पर उतरे, उन्होंने आते ही चौका जड़ा जिससे टीम ने 50 रन पूरे किये.
बिन्नी को अपने पहले ही ओवर में नारायण के रुप में सफलता मिली, जिनकी गेंद पर डीप स्क्वायर लेग में चाहल ने कैच लपका. उथप्पा भी भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और नौ गेंद में दो चौके से 11 रन बनाकर बद्री की गेंद पर पगबाधा आउट हुए. अब यूसुफ पठान और मनीष पांडे से बड़ी साझेदारी की उम्मीद थी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका और चाहल ने अपने दूसरे ओवर में पठान के रुप में पहला विकेट झटका जो विकेटकीपर केदार जाधव को कैच देकर पवेलियन पहुंचे.
चाहल ने फिर पांडे की भी पारी का अंत किया जो हालांकि सतर्क होकर खेल रहे थे लेकिन फुल टास गेंद को मिडविकेट पर उठाकर उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ होगा जो सीधे बद्री के हाथों में समां गयी. एक गेंद बाद ही ग्रांडहोमे आते ही चलते बने, इस तरह चाहल ने तीन ओवर में 14 रन देकर तीन विकेट झटक लिये. वोक्स (तीन चौके से 18 रन), सूर्य कुमार यादव (15 रन) और कूल्टर नाइल (02) के आउट होने के बाद कुलदीप यादव के पवेलियन लौटने पर पारी का अंत हुआ.