IPL 10 Final : आज फिनिशर धौनी दिलायेंगे Pune को खिताब या MI मारेगी जीत की हैट्रिक…पढि़ए क्‍या बोलते है आंकड़े

हैदराबाद : खिताब की हैट्रिक पूरी करने की कोशिश में जुटी मुंबई इंडियंस का सामना इंडियन प्रीमियर लीग के दसवें फाइनल में रविवार को राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स से होगा और इस ‘महाराष्ट्र डर्बी’ में दर्शकों को मनोरंजन की पूरी सौगात मिलेगी. यह मुकाबला सिर्फ महाराष्ट्र की दो दिग्गज टीमों के बीच नहीं है, बल्कि इसमें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2017 6:37 AM
हैदराबाद : खिताब की हैट्रिक पूरी करने की कोशिश में जुटी मुंबई इंडियंस का सामना इंडियन प्रीमियर लीग के दसवें फाइनल में रविवार को राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स से होगा और इस ‘महाराष्ट्र डर्बी’ में दर्शकों को मनोरंजन की पूरी सौगात मिलेगी. यह मुकाबला सिर्फ महाराष्ट्र की दो दिग्गज टीमों के बीच नहीं है, बल्कि इसमें कई बड़े सितारों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है.
कागजों पर भी दोनों टीमें बराबरी की लग रही है चूंकि पुणे ने इस सत्र में मुंबई को तीन बार हराया है, जिसमें पहले क्वालिफायर में मिली धमाकेदार जीत शामिल थी. फाइनल हालांकि नया मैच है और मुंबई तीनों हार का बदला चुकता कर सकती है. दो बार की चैंपियन मुंबई चौथा फाइनल खेलेगी और अगर पुणे टीम में रिकॉर्ड सातवां आइपीएल फाइनल खेल रहे महेंद्र सिंह धौनी नहीं होते, तो उसका पलड़ा भारी कहा जा सकता था.
धौनी का सातवां फाइनल
रविवार को मुंबई के खिलाफ जैसे ही धौनी मैदान में उतरेंगे, उनका रिकॉर्ड सातवां आइपीएल खिताब हो जायेगा. हालांकि खिलाड़ी के तौर पर पहली बार फाइनल खेलने उतरेंगे. इसके पहले चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से कप्तान के तौर पर आइपीएल फाइनल खेला था.
चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान के तौर पर धौनी का इसके पहले तीन दफा फाइनल में मुंबई से सामना हो चुका है. 2013 व 2015 में मात खाये थे व 2010 में जीत मिली थी.
स्मिथ का अनुभव काम आयेगा
धौनी 2008 के आइपीएल के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर में से एक हैं. वह 2008 से 2015 के बीच छह फाइनल खेल चुके हैं जब चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान थे. सनराइजर्स के खिलाफ करो या मरो के लीग मैच के दौरान धौनी ने अपने पुराने फॉर्म की बानगी पेश की. पुणे को बेन स्टोक्स की कमी खलेगी, जो चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी के लिए इंग्लैंड टीम से जुड़ चुके हैं. राहुल त्रिपाठी (388 रन) ने अच्छा प्रदर्शन किया है, मनोज तिवारी और सुंदर ने भी जलवा दिखाया है.
मुंबई की ताकत बेंच स्ट्रेंथ भी
जब जोस बटलर गये, तो लैंडल सिमंस ने उनकी जगह ली और मिचेल जानसन की गैर मौजूदगी में मिशेल मैक्लेनाघन (19 विकेट) खतरनाक साबित हुए हैं.
नीतीश राणा (333 रन) आइपीएल की खोज में से एक रहे हैं और चोट से वापसी के बाद रायडू भी उतने ही प्रभावी साबित हुए. हरभजन सिंह हमेशा की तरह किफायती साबित हुए, लेकिन टीम प्रबंधन ने लेग स्पिनर कर्ण शर्मा पर भरोसा किया. मुंबई के कुछ सितारों मसलन कप्तान रोहित शर्मा, कीरोन पोलार्ड, हरभजन सिंह व अंबाती रायडू को बखूबी पता है कि फाइनल मुकाबले कैसे जीते जाते हैं, चूंकि वे 2013 और 2015 में विजयी टीम के सदस्य थे .
क्वालिफायर में मिली थी पुणे से हार
03 : बार आइपीएल-10 में मुंबई व पुणे की भिड़ंत हुई है. सभी मैच में पुणे की टीम जीती है .
04 : बार खिताब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने जीता है. ये गिलक्रिस्ट, शेन वार्न, वॉर्नर और मैक्सवेल हैं.

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