गेंदबाजी चिंता का विषय, बल्लेबाजी नहीं : धौनी
मीरपुर : गेंदबाजी को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने गुरुवार को कहा कि उन्हें डैथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की जरूरत है. उन्होंने यह उम्मीद भी जतायी कि गेंदबाजों की मदद के लिए बल्लेबाज बड़ा स्कोर बनायेंगे. भारत अपने अभियान की शुरुआत शुक्रवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के […]
मीरपुर : गेंदबाजी को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने गुरुवार को कहा कि उन्हें डैथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की जरूरत है. उन्होंने यह उम्मीद भी जतायी कि गेंदबाजों की मदद के लिए बल्लेबाज बड़ा स्कोर बनायेंगे. भारत अपने अभियान की शुरुआत शुक्रवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ करेगा.
धौनी ने कहा, बल्लेबाजी के बजाय गेंदबाजी चिंता का विषय है. अच्छी शुरुआत जरूरी है, क्योंकि इससे हमें 10-15 रन अधिक बनाने में मदद मिलेगी. हमारा लक्ष्य डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाजी और बल्लेबाजी का होगा. उन्होंने कहा कि मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार जैसे गेंदबाजों ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं, लेकिन आइपीएल का अनुभव उनके काम आयेगा.
धौनी ने कहा, मैं मानता हूं कि उन्होंने ज्यादा टी-20 मैच नहीं खेले हैं, लेकिन आइपीएल का अनुभव उनके काम आयेगा. मैं चाहूंगा कि गेंदबाज नयी गेंद से एक या दो विकेट लें, जिससे उनका काम आसान हो जायेगा. युवराज सिंह और सुरेश रैना के प्रदर्शन पर खुशी जताते हुए उन्होंने अजिंक्य रहाणे को बल्लेबाजी क्रम में उपर भेजने के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा, कुल मिलाकर हमने दो अभ्यास मैचों से काफी कुछ हासिल किया है. युवराज सिंह और सुरेश रैना ने गेंदबाजी से योगदान दिया.
* भारतीय ओपनरों को लेकर है बेचैनी
मेरे मन में शुक्रवार को पाकिस्तान के खिलाफ खेले जानेवाले मैच में भारत के ओपनरों को लेकर बेचैनी थोड़ी है. वहीं खुशी की बात यह है कि युवराज, रैना और धौनी की टीम में वापसी हुई है और उनके सामने स्पिनरों को मदद करनेवाले माहौल में बेहतर शुरुआत करने का मौका होगा. हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि टी-20 पूरी तरह से बल्लेबाजों का खेल है. आमतौर पर इस खेल में 20-30 रनों के अंतर से हार-जीत होती है.
कई बार पुछल्ले बल्लेबाज भी आपके टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों से बेहतर कर जाते हैं. यहां पर बेहतरीन रक्षात्मक बल्लेबाजी से कहीं अधिक रन बटोरू बल्लेबाजी मायने रखती है. यहां यह भी जरूरी है कि बल्लेबाज किस गेंदबाज की गेंद पर रन बटोरता है. कौन डेथ ओवर में भी रन बटोरने में कामयाब होता है. आपको डेथ ओवर में गेंदबाजी के बारे में भी सोचना होगा. आपकी पहली पसंद कौन होंगे, शमी और अश्विन या फिर जडेजा. शमी ने अभी तक टी-20 के अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है, जबकि जडेजा-अश्विन मंजे हुए हैं.
दूसरी ओर पाकिस्तान के पास स्पिन और तेज गेंदबाजों में हफीज, अफरीदी और अजमल स्पिनर हैं, तो जुनैद, गुल और तनवीर जैसे मध्यम गति के गेंदबाज. भारत को इनके पहले पांच गेंदबाजों के साथ संघर्ष करना होगा. इसके अलावा पाकिस्तान के पास कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय टी-20 में खेले हुए हैं, जबकि भारत के पास ऐसा नहीं है. यहां पर आइपीएल खिलाडि़यों के संयोजन का विकल्प नहीं है.