क्रिकेट इतिहास का ऐसा मैच जहां भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों ने की थी गेंदबाजी
यूं तो क्रिकेट इतिहास में भारतीय टीम को गेंदबाजों ने कई यादगार जीत दिलाई लेकिन कई बार ऐसा हुआ कि भारतीय टीम को विपक्षी टीम ने विकेट के लिए तरासा दिया है.
यूं तो क्रिकेट इतिहास में भारतीय टीम को गेंदबाजों ने कई यादगार जीत दिलाई लेकिन कई बार ऐसा हुआ कि भारतीय टीम को विपक्षी टीम ने विकेट के लिए तरासा दिया है. क्रिकेट इतिहास में एक ऐसा ही घटना घटी. लेकिन इस मैच में विकेट लेने के लिए भारतीय टीम ने अपने सभी खिलाड़ियों से गेंदबाजी कराई. और टीम के कप्तान का ये हथकंडा कामयाब भी रहा. और इस मैच में पार्ट टाइम गेंदबाजों ने मिलकर 6 विकेट झटक लिए.
ये बात साल 2002 की है. उस वक्त भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे पर गई थी. टीम के कप्तान सौरव गांगली थे. ये सीरीज का चौथा मैच था. इस मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने की सोची. वीवीएस लक्ष्मण के 130 रन और उस के ऩए विकेट कीपर बल्लेबाज अजय रात्रा के शानदार 115 रनों की बदौलत भारत ने नौ विकेट के नुकसान पर 513 रन बनाए. राहुल द्रविड़ और वसीम जाफर ने भी शानदार अर्द्धशतकीय पारी खेली.
जबावी पारी खेलने उतरी वेस्टइंडीज टीम की शुरूआत अच्छी नहीं रही और और उन्होंने 4 विकेट मात्र 196 रन के स्कोर पर गंवा दिए लेकिन कार्ल हूपर और शिव नारायण चंद्रपाल ने भारत को विकेट के लिए रहा. दोनों ने 136 रनों की पारी खेली, जबकि रिडले जैकब्स ने 118 रनों की पारी खेली.
जब कोई भी गेंदबाज विकेट लेने में सफल नहीं हुआ तो सौरव गंगुली ने अपने सभी खिलाड़ियों को गेंदबाजी करने को दे दिया. गांगुली का ये प्रयोग सफल भी रहा और उनके परत टाइम गेंदबाजों ने मिलकर 6 विकेट झटक लिए. हालांकि ये मैच ड्रॉ रहा. वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में 629 बनाई. अजय रात्रा इस मैच में मैन ऑफ द मैच चुना गया.