आईपीएल का आयोजन भारत में कराने की उठी मांग, मामला पहुंचा हाईकोर्ट
मुंबई : बॉम्बे हाईकोर्ट में एक अधिवक्ता ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) से इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) के 13वें सत्र का आयोजन यूएई की जगह भारत में करने के लिए निर्देश देने की याचिका दायर की है. पुणे के अधिवक्ता अभिषेक लागू द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि अगर आईपीएल भारत के बाहर आयोजित होता है तो इससे देश को भारी आर्थिक और राजस्व नुकसान होगा.
मुंबई : बॉम्बे हाईकोर्ट में एक अधिवक्ता ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) से इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) के 13वें सत्र का आयोजन यूएई की जगह भारत में करने के लिए निर्देश देने की याचिका दायर की है. पुणे के अधिवक्ता अभिषेक लागू द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि अगर आईपीएल भारत के बाहर आयोजित होता है तो इससे देश को भारी आर्थिक और राजस्व नुकसान होगा.
लागू ने खुद को क्रिकेट प्रशंसक बताते हुए याचिका में कहा कि आईपीएल बीसीसीआई की आय का मुख्य स्रोत है. इस साल आईपीएल मार्च में शुरू होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था. बीसीसीआई ने दो अगस्त को टूर्नामेंट का आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई में करने की घोषणा की थी.
टाइटल प्रायोजकों का नहीं हो सका अभी तक फैसला
टाटा समूह ने भी इस साल इंडियन प्रीमियर लीग का टाइटल प्रायोजक बनने के लिए ‘एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट’ (ईओआई) जमा कर दिया है ,जबकि शिक्षा प्रौद्यौगिकी कंपनी ‘अनअकैडमी’ और फंतासी स्पोर्ट्स मंच ‘ड्रीम11′ भी इस साल चीनी मोबाइल फोन कंपनी वीवो की जगह लेने के लिए इस दौड़ में शामिल हैं. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को ईओआई जमा करने की अंतिम तारीख शुक्रवार तक ही थी.
टाटा समूह के आने से अब टाइटल प्रायोजन अधिकार की होड़ रोचक हो गयी है. बीसीसीआई को उम्मीद है कि बोली वीवो के सालाना 440 करोड़ रुपये के करार से बहुत कम नहीं होगा भले ही यह अधिकार संक्षिप्त अवधि के लिए दिये जायेंगे. कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘हां, टाटा समूह ने आईपीएल टाइटल अधिकारों के लिए ईओआई जमा करा दी है.’
इसकी जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के वरिष्ठ सूत्र ने इससे पहले पीटीआई से कहा था, ‘अनअकैडमी और ड्रीम 11 ने आईपीएल के टाइटल प्रायोजन अधिकार हासिल करने के लिए ईओआई सौंप दिया है.’ अधिकारी ने कहा, ‘ईओआई में बोली लगाने की राशि का जिक्र नहीं होता. यह 18 अगस्त को ईओई एट बीसीसीआई टीवी को भेजा जायेगा.’
बीसीसीआई ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि ऊंची बोली लगाने वाले को तब तक टाइटल प्रायोजन अधिकार नहीं मिल सकते जब तक मूल संस्था उसकी योजना से संतुष्ट नहीं हो. योग गुरू बाबा रामदेव की पतंजलि और जियो कम्युनिकेशंस भी दौड़ में है लेकिन बीसीसीआई की ओर से अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.