अफगानिस्तान के लिए सेमीफाइनल की राह मुश्किल, 440 रन से जीतना होगा मुकाबला

भारत की धरती पर खेले जा रहे विश्व कप अभियान अब अपने अंतिम चरण कि और प्रस्थान कर चुका है. सेमीफाइनल में जगह पक्की करने के लिए अफगानिस्तान टीम को दक्षिण अफ्रीका को 438 से अधिक रनों से हराना होगा. साथ ही यह भी मानना होगा कि पाकिस्तान इंग्लैंड से मैच हार जाए.

By Vaibhaw Vikram | November 10, 2023 12:14 PM
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भारत की धरती पर खेले जा रहे विश्व कप अभियान अब अपने अंतिम चरण कि और प्रस्थान कर चुका है. विश्व कप 2023 के दौरान भारतीय टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली है. भारत के अलावा दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया ने भी अपनी जगह सेमीफाइनल में पक्की कर ली है. टॉप 4 का चौथा स्थान एक टीम के लिए खाली है. जिसके लिए आपस में तीन टीमें लड़ाई कर रही है. न्यूजीलैंड ने अपनी जगह सेमीफाइनल के लिए लगभग पक्की कर ली है. वहीं शुक्रवार को अफगानिस्तान का मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के साथ है. जहां अफगानिस्तान के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है. अफगानिस्तान को सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक बड़ी जीत दर्ज करनी पड़ेगी. ताकि उनके नेट रन रेट में सुधार हो जाए और वह अपनी जगह सेमीफाइनल में पक्की कर ले.

इस प्रकार से सेमीफाइनल में जगह बना पाएगी अफगानिस्तान

अफगानिस्तान टीम का मौजूदा नेट रन रेट -0.338 है, जबकि न्यूजीलैंड ने अपना लीग राउंड +0.743 के नेट रन रेट के साथ समाप्त किया. एक तरफा मुकाबले में न्यूजीलैंड ने श्रीलंका को पांच विकेट से हरा दिया. 15 नवंबर को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले जाने वाले सेमीफाइनल मुकाबले में भारत के साथ भिड़ने के लिए अफगानिस्तान को नेट रन रेट के मामले में न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ना होगा. इसके लिए शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबले में अफगानिस्तान को एक बड़ी जीत दर्ज करनी होगी. अफगानिस्तान टीम को दक्षिण अफ्रीका को 438 से अधिक रनों से हराना होगा. साथ ही यह भी मानना होगा कि पाकिस्तान इंग्लैंड के खिलाफ अपना मैच हार जाए.

अहमदाबाद की पिच करती है स्पिन गेंदबाजों की मदद

नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए मददगार साबित होती है. इस पिच पर बेहतरीन स्कोर बनते हैं. जबकि शानदार गेंदबाजी इस स्कोर को बनाने में रुकावट उत्पन्न करते हैं. भारत में खेले जा रहे टूर्नामेंट में खेले गए तीन एकदिवसीय मैचों में से, किसी भी टीम ने इस पिच पर 300 का आंकड़ा पार नही किया है. ये चीजें पिच की संतुलन को दर्शाता है. नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच लाल और काली मिट्टी से बनी हुई है. लाल मिट्टी के कारण इस पिच पर अच्छी उछाल और स्पिन देखने को मिलती  है. वहीं काली मिट्टी गेंद को कम उछाल प्रदान करती है. जिससे गेंदबाजों को अधिक मदद मिलती है.

रन चेज के दौरान बेहतर प्रदर्शन करना चाहेगा दक्षिण अफ्रीका

दक्षिण अफ्रीका लक्ष्य का पीछा करते हुए अपनी कमजोरियों से पार पाने की कोशिश में होगा. दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने विश्व कप के दौरान शानदार प्रदर्शन किया है. लेकिन अभी तक कप्तान तेंबा बावुमा कप्तानी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं. वह बीमारी के कारण दो मैचों से बाहर थे जिसमें रीजा हेंड्रिक्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. टूर्नामेंट के बीच में कप्तान को बाहर करना संभव नहीं है लेकिन बावुमा दबाव महसूस कर रहे होंगे. सेमीफाइनल से पहले उनके पास लय में लौटने का सुनहरा मौका है. डेविड मिलर अपने चिर-परिचित फॉर्म में अभी तक नहीं दिखे हैं. बायें हाथ के तेज गेंदबाज मार्को जेनसन को इकोनॉमी रेट पर काम करना होगा. वहीं केशव महाराज ने स्पिन का मोर्चा बखूबी संभाला है और अब देखना है कि तबरेज शम्सी के रूप में दूसरे स्पिनर को उतारा जाता है या नहीं.

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