Afghanistan Crisis: तालिबानी कब्जे के बाद क्या होगा अफगानिस्तान क्रिकेट और राशिद खान का भविष्य ?‍

future of Afghanistan cricket, Rashid Khan, Taliban occupation अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के बाद क्या अफगानिस्तान क्रिकेट का खात्मा हो जाएगा ? राशिद खान, मोहम्मद नबी और मुजीब जादरान जैसे स्टार खिलाड़ी फिलहाल ‘हंड्रेड' टूर्नामेंट में ब्रिटेन में खेल रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 16, 2021 8:10 PM

अफगानिस्तान (Afghanistan Crisis) पर तालिबान का पूरी तरह से कब्जा हो चुका है. जिसके बाद अफगानिस्तान क्रिकेट (Afghanistan cricket) के भविष्य पर चर्चा शुरू हो गयी है. सवाल उठाये जा रहे हैं कि अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के बाद क्या अफगानिस्तान क्रिकेट का खात्मा हो जाएगा ?

दरअसल अफगानिस्तान क्रिकेट ने शानदार प्रदर्शन के दम पर वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करायी है. राशिद खान और मोहम्मद नबी से खिलाड़ियों को अफगानिस्तान ने ही जन्म दिया. वैसे में अगर तालिबानी शासन के कारण अफगानिस्तान क्रिकेट प्रभावित होता है, तो काफी निराशाजनक होगा. हालांकि इस बीच अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के सीईओ हामिद शिनवारी ने जो बयान जारी किया है उससे फैन्स को राहत मिलेगी.

हामिद ने भरोसा जताया कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बावजूद क्रिकेट को नुकसान नहीं होगा. उन्होंने कहा, क्रिकेट इस लिए प्रभावित नहीं होगा क्योंकि तालिबान इस खेल को पसंद करता है और इसका समर्थन करता है. शिनवारी ने बताया कि क्रिकेट टीम के सदस्य और उनके परिवार सुरक्षित हैं.

Also Read: IPL 2021: क्या आईपीएल खेलेंगे राशिद खान और नबी? हैदराबाद का बयान आया सामने

मालूम हो राशिद खान, मोहम्मद नबी और मुजीब जादरान जैसे स्टार खिलाड़ी फिलहाल ‘हंड्रेड’ टूर्नामेंट में ब्रिटेन में खेल रहे हैं. शिनवारी ने कहा, तालिबान क्रिकेट को प्यार करता है. शुरुआत से ही उन्होंने हमारा समर्थन किया है. वे हमारी गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करते. उन्होंने कहा, मुझे कोई हस्तक्षेप नजर नहीं आता और समर्थन की उम्मीद है जिससे कि हमारा क्रिकेट आगे बढ़ सके.

तालिबान के युग में क्रिकेट का प्रसार हुआ : शिनवारी

शिनवारी ने कहा, इससे पहले जब अफगानिस्तान में तालिबान का शासन था, उस समय क्रिकेट का काफी प्रसार हुआ. अफगानिस्तान में 1996 से 2001 के दौरान तालिबान के शासन के समय क्रिकेट ने अपने पैर पसारे जब अफगानिस्तान के शरणार्थी पड़ोसी पाकिस्तान में इस खेल से जुड़े.

शिनवारी ने बताया, विदेशों में खेल रहे चार या पांच खिलाड़ियों के अलावा बाकी सभी काबुल में हैं और सभी सुरक्षित हैं. इधर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) भी अफगानिस्तान के हालात पर नजर रखे हुए है और उन्हें उम्मीद है कि देश के खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लेंगे.

अफगानिस्तान को एक सितंबर से पाकिस्तान के खिलाफ कोलंबो में तीन मैचों की एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शृंखला खेलनी है. शिनवारी ने कहा कि सभी निर्धारित द्विपक्षीय शृंखलाएं होंगी और आईपीएल में खेलने वाले तीनों खिलाड़ियों राशिद, नबी और मुजीब को बोर्ड से एनओसी मिल गई है.

Next Article

Exit mobile version