मुंबई : इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन ने कहा कि अगर भारत शुक्रवार से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के निर्णायक दूसरे और अंतिम टेस्ट के लिए अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा दोनों बैठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि रहाणे और पुजारा दोनों को टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय से आलोचना का सामना करना पड़ा है. ऐसे में सूर्यकुमार यादव को डेब्यू का मौका दिया जाना चाहिए.
हार्मिसन ने कहा कि रहाणे और पुजारा जहां फॉर्म के लिए जूझ रहे हैं, वहीं श्रेयस अय्यर को नियमित कप्तान विराट कोहली की अनुपस्थिति में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने का अवसर मिला. श्रेयस अय्यर ने मौके का सबसे अच्छा उपयोग किया और कानपुर टेस्ट में एक शतक और एक अर्धशतक लगाया. अब कोहली के दूसरे टेस्ट के लिए एकादश में वापसी के साथ, भारतीय टीम प्रबंधन को एक कठिन निर्णय लेना होगा.
हार्मिसन ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक प्रशंसक के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह मुश्किल विकल्प है लेकिन वह रहाणे और पुजारा दोनों को मुंबई टेस्ट से बाहर कर देते. उन्होंने कहा कि यह एक कठिन सवाल है, लेकिन मेरी विनम्र राय है कि मैं उन दोनों (रहाणे और पुजारा) को बाहर कर दूं. उनका करियर शानदार रहा है… भारत के लिए अविश्वसनीय रूप से अच्छे खिलाड़ी हैं.
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि रहाणे और पुजारा ने मैदान में दोनों पारियों में कोई छाप नहीं छोड़ी. वे मैदान छोड़ते दिखे. ऐसे में कुछ नये खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका दिया जाना चाहिए. डेब्यू में श्रेयस अय्यर ने खुद को साबित किया है. इसलिए उनको टीम से बाहर नहीं किया जा सकता है. अब सूर्यकुमार को भी डेब्यू का मौका मिलना चाहिए.
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बता दें कि कोहली की अनुपस्थिति में टीम की अगुवाई कर रहे रहाणे ने पहले टेस्ट में 35 और 4 रन बनाए. पिछले दो वर्षों में खेले गये 16 टेस्ट मैचों में रहाणे का औसत केवल 24.39 है जिसमें केवल एक शतक है. दूसरी ओर, पुजारा ने अपने पिछले 16 टेस्ट मैचों में शतक नहीं बनाया है और उस अवधि के दौरान उनका औसत मात्र 27.65 है जो उनके करियर के औसत 45.11 से काफी कम है. उन्होंने कहा कि सूर्यकुमार यादव, जिन्हें चोटिल लोकेश राहुल की जगह टेस्ट टीम में शामिल किया गया था. उन्हें पदार्पण का मौका दिया जा सकता है.