अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने बुधवार को वार्षिक टेस्ट रैंकिंग जारी किया, जिसमें घरेलू मैदानों पर लगातार प्रभावशाली प्रदर्शन करने के कारण भारत ने 2021-22 सत्र का अंत विश्व की नंबर एक टी20 टीम के रूप में किया. जबकि शीर्ष पर काबिज ऑस्ट्रेलिया से नौ अंक पीछे हो गया है.
टी20 में भारत दुनिया की नंबर वन टीम
भारत टी20 में नंबर एक स्थान पर बना हुआ है. उसकी दूसरे नंबर पर काबिज इंग्लैंड पर बढ़त एक के बजाय पांच अंक की हो गयी है. दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को पीछे छोड़ दिया है जो अब छठे स्थान पर है. इसी तरह से बांग्लादेश और श्रीलंका दसवें नंबर की टीम अफगानिस्तान से आगे निकल गये हैं.
न्यूजीलैंड वनडे में दुनिया की नंबर 1 टीम
न्यूजीलैंड वार्षिक रैंकिंग के बाद एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दुनिया की नंबर एक टीम है. रैंकिंग में न्यूजीलैंड शीर्ष पर काबिज है लेकिन उसकी दूसरे नंबर की टीम इंग्लैंड पर बढ़त तीन के बजाय एक अंक की रह गयी है. इंग्लैंड और तीसरे नंबर के ऑस्ट्रेलिया के बीच अंकों का अंतर सात से बढ़कर 17 हो गया है. भारत (105 अंक) वनडे रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया (107) से दो अंक पीछे चौथे स्थान पर है.
टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया दुनिया की नंबर वन टीम
भारत और इंग्लैंड के बीच 2021 में शुरू हुई टेस्ट शृंखला को पांचवां और अंतिम मैच खेले जाने के बाद इस रैंकिंग में शामिल किया जाएगा. आईसीसी ने कहा, ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी पुरुष टेस्ट टीम रैंकिंग के वार्षिक अपडेट के बाद दूसरे नंबर की टीम भारत पर अपनी बढ़त को एक अंक से नौ अंक पर पहुंचा दिया है जबकि पाकिस्तान की टीम इंग्लैंड की जगह पांचवें स्थान पर काबिज हो गयी है. न्यूजीलैंड टेस्ट रैंकिंग में तीसरे जबकि दक्षिण अफ्रीका चौथे स्थान पर है. भारत को भी एक अंक का फायदा हुआ है और उसके अब 119 अंक हो गये हैं जबकि इंग्लैंड को सर्वाधिक नौ अंक का नुकसान हुआ क्योंकि उसकी भारत के खिलाफ 2018 में 4-1 से जीत वाली शृंखला को रैंकिंग गणना से हटा दिया गया है. इंग्लैंड के 88 रेटिंग अंक हैं जो 1995 के बाद सबसे कम हैं.
एशेज में धमाकेदार जीत का ऑस्ट्रेलिया को मिला फायदा
ऑस्ट्रेलिया ने जनवरी में इंग्लैंड को एशेज शृंखला में 4-0 से हराया था. उसके अब 119 के बजाय 128 अंक हो गये हैं. वार्षिक अपडेट में मई 2019 के बाद पूर्ण संपन्न हुई सभी शृंखलाओं को शामिल किया गया है. अब मई 2021 से पहले संपन्न हुई शृंखलाओं को वार्षिक गणना में 50 प्रतिशत जबकि इसके बाद की शृंखलाओं को शत प्रतिशत महत्व दिया गया है.