Asia Cup 2023: अधिक मैचों की मेजबानी चाहता है पाकिस्तान, ACC की बैठक में कर सकता है बड़ी डिमांड
एशिया कप 2023 की मेजबानी का विवाद अब तक समाप्त नहीं हुआ है. पाकिस्तान और अधिक मैचों की मेजबानी चाहता है. वह एसीसी की बैठक में इसकी मांग कर सकता है. रविवार को एशियन क्रिकेट काउंसिल की बैठक होगी, जिसमें एशिया कप के शेड्यूल पर फैसला लिया जायेगा.
रविवार को दुबई में एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) बोर्ड की बैठक होने वाली है. इस बैठक में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड एशिया कप 2023 के अधिक मैचों का आयोजन पाकिस्तान में कराने की कोशिश करेगा. पीसीबी और बीसीसीआई सहित सभी हितधारकों द्वारा हाइब्रिड मॉडल की स्वीकृति के बाद, एसीसी ने पिछले महीने घोषणा की थी कि 31 अगस्त से 17 सितंबर तक होने वाले टूर्नामेंट के चार मैच पाकिस्तान में और नौ मैच श्रीलंका में आयोजित किये जायेंगे. पीसीबी ने उस समय हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव दिया था, जब बीसीसीआई ने साफ तौर पर दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण पाकिस्तान की यात्रा करने से इनकार कर दिया था.
जल्द आयेगा एशिया कप का शेड्यूल
हालांकि, नये पीसीबी क्रिकेट समिति के प्रमुख जका अशरफ ने एसीसी सदस्य बोर्ड के अधिकारियों को अपने इरादे स्पष्ट कर दिये हैं. वह इस सप्ताह की शुरुआत में आईसीसी बैठकों के लिए डरबन में भी मौजूद थे. टूर्नामेंट का पूरा मैच शेड्यूल अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन पाकिस्तान को अधिक मैच मिलने की संभावना नहीं है. जिस समय पाकिस्तान ने हाईब्रिड मॉडल का प्रस्ताव दिया था, एस समय पीसीबी के अध्यक्ष नजम सेठी थे. इधर, पाकिस्तान लगातार भारत में होने वाले वर्ल्ड कप के अपने मैच भी तटस्थ स्थान पर कराने की मांग कर रहा है.
Also Read: Asia Cup 2023 का शेड्यूल कब होगा जारी, भारत-पाकिस्तान के बीच कहां होगा महामुकाबला, जानिए सब कुछ
एसीसी की बैठक में पीसीबी करेगा डिमांड
पीसीबी के एक सूत्र ने कहा, ‘एसीसी बैठक में पाकिस्तान यह रुख अपनायेगा कि एशिया कप के नौ मैचों की मेजबानी करने वाले श्रीलंका के आयोजन स्थलों पर बारिश के मौसम के पूर्वानुमान के साथ, पाकिस्तान को घरेलू मैदान पर चार से अधिक मैचों की मेजबानी करने की अनुमति दी जानी चाहिए.’ एसीसी एशिया कप के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए बैठक कर रही है. पीसीबी की भंग क्रिकेट प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नजम सेठी द्वारा प्रस्तावित हाइब्रिड मॉडल को भारत सहित एसीसी सदस्यों ने स्वीकार कर लिया है. संकेत हैं कि टूर्नामेंट में भारत-पाकिस्तान के दो मैच दांबुला में होंगे.
लाहौर स्टेडियम में होंगे चार मुकाबले
सूत्र ने कहा कि जका अशरफ सिर्फ लाहौर के बजाय और अधिक मैच चाहते हैं ताकि वे मुल्तान सहित अन्य स्थानों का भी उपयोग कर सकें. बता दें कि पाकिस्तान को जो चार मैच मिले हैं, उसकी मेजबानी लाहौर करेगा. उन्होंने कहा, ‘प्रभारी अधिकारियों ने मुल्तान में पाकिस्तान और नेपाल के बीच मैच के साथ कार्यक्रम शुरू करने की इच्छा व्यक्त की है, जहां उन्हें लाहौर की तुलना में बड़ी भीड़ की उम्मीद है.’ उनका मानना है कि मुल्तान स्टेडियम लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम की तुलना में आकार में छोटा है, इसलिए उद्घाटन मैच के लिए अधिक खचाखच भरा माहौल तैयार करेगा.
Also Read: Asia Cup के लिए पाकिस्तान जाएंगे जय शाह! BCCI ने बताया पूरा सच
फाइनल मुकाबला श्रीलंका में
पाकिस्तानी अधिकारियों को उम्मीद है कि उन्हें और अधिक मैचों की मेजबानी का मौका मिलेगा. महाद्वीपीय आयोजन में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और नेपाल भाग लेंगे. 2023 संस्करण में दो समूह होंगे, प्रत्येक समूह से दो टीमें सुपर फोर चरण के लिए क्वालीफाई करेंगी. सुपर फोर चरण की शीर्ष दो टीमें फाइनल में आमने-सामने होंगी. अगर टीम इंडिया फाइनल में पहुंचने में कामयाब हो जाती है तो भारत अपना फाइनल मुकाबला भी श्रीलंका में ही खेलेगा.
वर्ल्ड कप के बहिष्कार की धमकी दे रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पिछले कई महीनों से भारत में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के बहिष्कार की धमकी दे रहा है. बीसीसीआई सचिव जय शाह ने जब भारत के पाकिस्तान दौरे से साफ इनकार कर दिया था, जब तत्कालीन पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने भी धमकी भरे लहजे में कहा था कि पाकिस्तान की टीम भी वर्ल्ड कप के लिए भारत का दौरा नहीं करेगी और अपने मैच तटस्थ स्थान पर कराने की मांग करेगी. बीसीसीआई ने पाकिस्तान की यात्रा नहीं करने के पीछे सुरक्षा का हवाला दिया था, उस समय सेठी ने कहा था कि हमारे खिलाड़ी भी सुरक्षा कारण से भारत की यात्रा नहीं कर सकते.
पाकिस्तान सरकार भेजेगा प्रतिनिधिमंडल
वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल की घोषणा के बाद पाकिस्तान सरकार ने आयोजन स्थलों के निरीक्षण के लिए एक समिति का गठन किया है जो भारत आकर आयोजन स्थलों का दौरा करेंगी. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की अध्यक्षता में एक हाई लेवल समिति का गठन किया है जो वर्ल्ड कप से पहले भारत आकर स्थलों और व्यवस्था का जायजा लेगी और अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. इस समिति में पीसीबी के कुछ अधिकारी भी शामिल होंगे.
बिलावल भुट्टो की अगुवाई में बनी समिति
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने वर्ल्ड कप को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है. शरीफ ने विश्वकप में पाकिस्तानी टीम की भागीदारी पर फैसला करने के लिए विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है. यह समिति शरीफ को अपनी सिफारिशें सौंपने से पहले भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के सभी पहलुओं, खेल और राजनीति को अलग रखने की सरकार की नीति तथा खिलाड़ियों, अधिकारियों, प्रशंसकों और मीडिया के लिए भारत में स्थिति पर चर्चा करेगी. इस समिति के अन्य सदस्यों में खेल मंत्री अहसान मजारी, मरियम औरंगजेब, असद महमूद, अमीन उल हक, कमर जमान कैरा और पूर्व राजनयिक तारिक फातमी शामिल हैं. प्रधानमंत्री शरीफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के संरक्षक भी हैं.