Asia Cup 2023: विराट कोहली का कमजोर और मजबूत पक्ष, जानें वनडे में कैसा रहा है उनका प्रदर्शन
बीसीसीआई ने एशिया कप 2023 के लिए टीम का ऐलान कर दिया है. रोहित शर्मा टीम की कमान संभालेंगे. श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह की टीम में वापसी हो गयी है. युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा को भी टीम में शामिल किया गया है.
बीसीसीआई की सीनियर पुरुष चयन समिति ने एशिया कप 2023 के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है. रोहित शर्मा टीम के कप्तान होंगे, जबकि हार्दिक पांड्या को उपकप्तान बनाया गया है. भारत ने तीन चोटिल स्टार जसप्रीत बुमराह, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की वापसी हुई है. इनको टीम में शामिल किया गया है. युवा तिलक वर्मा पर भी प्रबंधन ने भरोसा दिखाया है. यहां हम बता रहे हैं एशिया कप के लिए टीम में जगह पाने वाले खिलाड़ियों का मजबूत और कमजोर पक्ष…
विराट कोहली एक ऐसे क्रिकेटर हैं जिनके नाम अब तक कई ऐसे रिकॉर्ड दर्ज हो गये हैं, जिसको तोड़ना किसी भी युवा बल्लेबाज के लिए काफी मुश्किल होगा. एशिया कप में विराट कोहली से टीम को काफी उम्मीदें होंगी. खासकर पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में उनको बल्ले से कमाल करना होगा. उनके अनुभव का लाभ टीम के युवा साथियों को मिलेगा और भारत मजबूती से इस खिताब के लिए अपनी दावेदारी पेश करेगी.
यह बेहद प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट का नया चेहरा है. कोहली खेल के तीनों प्रारूपों में समान रूप से बेहतरीन रहे हैं. खासकर जब लक्ष्य का पीछा करने की बात आती है तो वह सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं. कोहली की रनों के प्रति भूख उन्हें बल्लेबाजी में बेहद आक्रामक बनाती है. इस आत्मविश्वास खिलाड़ी को भारतीय क्रिकेट टीम की रीढ़ माना जाता है.
कोहली की ताकत : विराट कोहली क्रिकेट गेंद को मारने के लिए मजबूत बॉटम हैंड और हल्के वजन वाले विलो का उपयोग करते हैं. कोहली के पैड पर गेंदबाजी करना उन्हें शॉट लगाने के लिए आमंत्रित करने जैसा है. वह गेंद पर प्रहार करते समय अपनी कलाइयों को उछालकर बल्ले से अत्यधिक गति और शक्ति उत्पन्न करते हैं और मुख्य रूप से वह मध्य-विकेट क्षेत्र में काफी मजबूत हैं.
कोहली को फ्रंट फुट ड्राइव करने का भी जबरदस्त शौक है. वह हल्के हाथों से खेलते हैं और विकेटों के बीच अपनी तेज दौड़ के लिए भी जाने जाते हैं. हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि विराट कोहली ने अब तक के अपने 15 साल के क्रिकेट करियर में विकेटों के बीच करीब 510 किलोमीटर की दौड़ लगायी है. इसमें एक बार दौड़कर बनाये गये उनके चार रन भी शामिल हैं.
विराट की कमजोरियां : कोहली ऐसे क्रिकेटर थे जिनकी 2014 के इंग्लैंड दौरे से पहले तक कोई कमजोरी नजर नहीं आई थी. लेकिन एंडरसन ने उनकी कमजोरियों को उजागर करने का काम किया. जब उन्होंने ऑफ-स्टंप के बाहर स्विंग होती गेंदों पर प्रहार करना शुरू किया. पूरी सीरीज के दौरान, वह इंग्लैंड के स्लिप क्षेत्ररक्षकों को गेंदों पर पुश करके कैचिंग अभ्यास कराते रहे.
कोहली फ्रंट फुट पर ज्यादा शॉट्स खेलना पसंद करते हैं. इस वजह से उनके पैर काफी आगे आ जाते हैं और ऐसे मे फिर बैक फुट पर लौटना मुश्किल हो जाता है. जबगेंद 135 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति से फेंकी जाती है तो उसे बैकफुट पर खेलना मुश्किल होता है. इस प्रकार कट-शॉट्स और बैक-फुट पंच नहीं लग पाते हैं. ऑफ-स्टंप के बाहर वाइड लेंथ डिलीवरी उन्हें फ्रंट फुट पर ड्राइव करने के लिए प्रेरित करती है, और इसमें गलती की गुंजाइश बढ़ जाती है.
शून्य गेंद पर कोहली ने लिया था विकेट
कोहली के नाम बिना किसी गेंद के एक विकेट दर्ज है. 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ एक टी20 मुकाबले में कोहली गेंदबाजी करने आये और उनका गेंद वाइड चला गया. इस वाइड गेंद पर विकेटकीपर एमएस धोनी ने केविन पिटरसन को स्टंप आउट कर दिया था. इस प्रकार कोहली दुनिया के एक मात्र गेंदबाज हैं जिन्होंने यह कारनामा किया है.
कोहली की बल्लेबाजी की बात करें तो उन्होंने अब तक 275 वनडे इंटरनेशनल मैच खेले हैं. इसकी 265 पारियों में विराट ने 12,898 रन बनाये हैं. उनका औसत 57.32 का रहा है. उन्होंने 93.63 के स्ट्राइक रेट से रन बनाये हैं. वनडे में विराट के नाम 46 शतक हैं. वह सचिन (51 शतक) के बाद दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज हैं. कोहली ने वनडे में 65 अर्धशतक भी जड़े हैं.