स्विंग के सुल्तान कहें या फिर रिवर्स स्विंग के जन्मदाता वसीम अकरम आज अपना 54 वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनका जन्म 3 जून 1966 को पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था. लेकिन उन्हें एक तेज गेंदबाज तक ही सीमित कर देना उचित नहीं है. अगर हम उन्हें एक बेहतरीन ऑल राउंडर कहे तो ज्यादा बेहतर होगा क्योंकि उन्होंने 104 टेस्ट मैचों में 42 की औसत से 8 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं. जिसमें 8 शतक और 27 अर्द्धशतक शामिल है. उनके नाम एक दोहरा शतक भी है जो उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ खेली थी. वो पाकिस्तान टीम में आने से पहले एक गली क्रिकेटर थे. जिन्होंने उससे पहले न फर्स्ट क्रिकेट खेला था न ही लिस्ट ए का मैच खेला था. लेकिन उस वक्त पाक टीम के कप्तान जावेद मियांदाद को एक ऐसे खिलाड़ी कि जरूरत थी जो तेज गेंद फेंकता हो. ऐसे में एक दिन उनकी नजर वसीम पर पड़ी. जो न सिर्फ तेज गेंद करता था बल्कि स्विंग कराने का भी उनके पास बेहतरीन हुनर था.
उनका डेब्यू न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ होना था. लेकिन उससे पहले टीम को एक अभ्यास मैच भी खेलना था. उन्हें बोर्ड 11 की तरफ से न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने का मौका मिला और उन्होंने अपने चयन को सही साबित करते हुए 7 विकेट लिए.
उनके साथ वकार यूनुस की जोड़ी बेहद खास रहती थी, इन दोनों की जोड़ी ऐसी थी कि दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाज इनसे खौफ खाते थे. दिग्गज बल्लेबाज विवयन रिचर्ड्स को वसीम ने महसूस कराया था कि वो एक कठिन गेंदबाज हैं जिन्हें खेलना आसान नहीं है. बात तब की है जब पाक टीम 1988 में वेस्टइंडीज दौरे पर गयी थी. शुरूआत में तो वसीम की रिचर्ड्स ने जमकर पिटाई की थी. लेकिन एक वक्त ऐसा आया कि उन्होंने अपने बॉउन्सर से उनकी टोपी गिरा दी थी उस वक्त रिचर्ड्स की टोपी गिराना बहुत बड़ी बात थी. दिन के अंत में रिचर्ड्स को अकरम ने बोल्ड कर दिया.
साल 2012 में विजडन इंडिया ने ऑल टाइम बेस्ट खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की थी जिसमें उन्होंने वसीम अकरम को बेस्ट गेंदबाज ऑफ ऑल टाइम में जगह दी थी. अकरम बेस्ट गेंदबाजों की सूची में सबसे ज्यादा रेटिंग पाने वाले खिलाड़ी हैं. उनकी रेटिंग 1223.5 थी जो कि एलेन डोनाल्ड और मुरलीधरन जैसे दिग्गजों से भी ज्यादा है.वसीम अकरम टेस्ट और वनडे दोनों में 400 से ज्यादा विकेट लेने वाले एकलौते तेज गेंदबाज हैं. टेस्ट में अकरम के नाम 402 विकेट और वनडे में विकेट हैं. वनडे में बतौर कप्तान अकरम ने 158 विकेट झटके हैं. वह ऐसा करने वाले विश्व के इकलौते खिलाड़ी हैं. अंतरराष्ट्रीय मैचों में अकरम के नाम 4 बार हैट्रिक लेने की सूची में दर्ज हैं उन्होंने 2 बार टेस्ट में और 2 बार वनडे में हैट्रिक विकेट लिए हैं. वो ऐसा कारनामा करने वाले अब तक के एकलौते गेंदबाज हैं. इस स्विंग के सुल्तान का ही परिणाम था कि पाकिस्तान टीम को 1999 विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया था.
एक वक्त ऐसा भी आया था कि 30 साल की उम्र में उनकी आंखों की रोशनी डायबिटीज की वजह से धीरे धीरे कम होने लगी थी लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और उसके बावजूद पाकिस्तान टीम के लिए 19 साल तक अपनी सेवा दी. उनके द्वारा पाकिस्तान क्रिकेट के लिए किये गए सेवा की की वजह से ही पाकिस्तान की सरकार ने 23 मार्च 2019 को हिलाल-ए-इम्तियाज के पुरष्कार से नवाजा था. उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 17 बार मैन ऑफ द मैच का खिताब जीता था. जबकि वनडे में 22 मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने का रिकॉर्ड है