कारपेंटर का काम करने के लिए मजबूर है यह क्रिकेटर, दिला चुका है टीम को वर्ल्ड कप
australian spinner, xavier doherty, carpenter, due to lack of money, Australia 2015 World Cup winning team क्रिकेट से संन्यास के बाद अकसर क्रिकेटर या तो कमेंटेटर बन जाते हैं या फिर किसी टीम को कोचिंग देते दिखाई देते हैं. लेकिन कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जो रिटायरमेंट के बाद अपनी जिंदगी गुजारने के लिए खेल से अलग हटकर भी काम करने के लिए मजबूर होते हैं. ऐसे ही एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं, जो क्रिकेट से संन्यास के बाद कारपेंटर का काम करने के लिए मजूबर हैं.
क्रिकेट से संन्यास के बाद अकसर क्रिकेटर या तो कमेंटेटर बन जाते हैं या फिर किसी टीम को कोचिंग देते दिखाई देते हैं. लेकिन कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जो रिटायरमेंट के बाद अपनी जिंदगी गुजारने के लिए खेल से अलग हटकर भी काम करने के लिए मजबूर होते हैं. ऐसे ही एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं, जो क्रिकेट से संन्यास के बाद कारपेंटर का काम करने के लिए मजूबर हैं.
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर जेवियर डोहर्टी (Xavier Doherty) क्रिकेट से संन्यास के बाद अपनी तंगहाली को दूर करने के लिए कारपेंटर का काम करने के लिए मजबूर हैं. दरअसल यह मामला तब सामने आया जब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने डोहर्टी का कारपेंटर का काम करते एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया.
https://twitter.com/ACA_Players/status/1394558783892844549
सबसे बड़ी बात है कि डोहर्टी ऑस्ट्रेलियाई को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाली टीम का हिस्सा रह चुके हैं. उन्होंने 2017 में क्रिकेट को अलविदा कहा, लेकिन संन्यास के बाद उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गयी. इस दौरान उन्होंने लैंडस्केपिंग, ऑफिस का काम, क्रिकेट का काम किया और आखिर में कारपेंटर का काम करने के लिए मजबूर हुआ.
डोहर्टी ऑस्ट्रेलिया की 2015 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रह चुके हैं. हालांकि उन्हें फाइनल मुकाबले में खेलने का मौका नहीं मिला था. अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में उन्होंने बताया, जब मैंने क्रिकेट से संन्यास लिया, तो मुझे नहीं पता था कि मैं क्या करने जा रहा हूं.
उन्होंने बताया, शुरुआती 12 महीने तो मुझे जो काम मिला उसे किया. जब आपका क्रिकेट करियर पूरा हो जाता है तब आपको यह पता चलता है कि अब पैसे कहां से आएंगे. आगे क्या होगा और जिंदगी कैसी रहेगी. पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर ने आगे बताया कि कैसे एसीए ने उन्हें संन्यास के बाद नया पेशा खोजने में मदद की.
posted by – arbind kumar mishra