भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व तेज गेंदबाज बलविंदर सिंह संधू का आज 66वां जन्मदिन है. उनका जन्म 3 अगस्त, 1966 को मुंबई में हुआ था. संधू ने भारत के लिये साल 1982 से 1984 के बीच कुल 8 टेस्ट और 22 वनडे मुकाबले खेले हैं. उन्होंने अपने छोटे से करियर में ही बड़े कारनामे कर भारतीय क्रिकेट में अपना नाम बनाया.
1983 वर्ल्ड कप में किया था कमाल
बलविंदर सिंह संधू 1983 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के भी सदस्य रहे थे. उन्होंने वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में विपक्षी टीम वेस्टइंडीज के घातक बल्लेबाज गॉर्डन ग्रीनिज को बोल्ड किया था. संधू की यह गेंद काफी स्विंग होते हुए तेजी से अंदर आई थी. ऐसा कर संधू ने सबको हैरान कर दिया था. जिसके बाद ही भारतीय गेंदबाजों ने विकेट की झड़ी लगा दी थी.
मध्यम गति से तेज गेंदबाजी करते थे संधू
संधू क्रिकेट के मैदान पर दाएं हाथ से मध्यम गति से तेज गेंदबाजी करते थे. वहीं, बल्लेबाजी का मौका मिलने पर कई अच्छी पारियां भी खेली. घरेलू क्रिकेट में संधू मुंबई के लिये खेला करते थे. संधू, यशवंत सिद्धाये, रमाकांत आचरेकर और हेमू दलवी जैसे दिग्गज खिलाड़ीयों के साथ खेला करते थे.
घरेलू मैचों में भी दिखाया था जलवा
1980-81 में उन्हें मुंबई के लिये घरेलू टीम में शामिल होने का मौका मिला. उन्होंने गुजरात के खिलाफ डेब्यू करते हुए शानदार शुरुआत की. उन्होंने अपने डेब्यू मुकाबले में ही 9 विकेट लेकर सबको चौंका दिया था. इसके बाद संधू ने फाइनल मुकाबले में भी 9 विकेट प्राप्त किए. इस पूरे सीजन में उन्होंने 18.72 की औसत से कुल 25 विकेट झटके थे.
फिर साल 1982-83 में दलीप ट्रॉफी में साउथ जोन के खिलाफ उन्होंने 8 विकेट लेने के अलावा 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 56 रन की अहम पारी खेली थी. जिसके बाद ही उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट के लिए भारतीय टीम में जगह मिली थी.