Loading election data...

BCCI President: ‘सौरव गांगुली को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही है बीजेपी’, तृणमूल कांग्रेस ने लगाया आरोप

सौरव गांगुली की जगह रोजर बिन्नी के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने को लेकर टीएमसी ने मंगलवार को बीजेपी पर पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान को ‘अपमानित करने की कोशिश' करने का आरोप लगाया है. कहा- जय शाह लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए बीसीसीआई सचिव बन सकते हैं लेकिन सौरव गांगुली नहीं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 12, 2022 10:59 AM
an image

BCCI President: भारत के पूर्व ऑलरांउडर और 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रोजर बिन्नी के सौरव गांगुली की जगह भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) का अध्यक्ष बनना लगभग तय हो चुका है. इस बीच पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान को ‘अपमानित करने की कोशिश’ करने का आरोप लगाया क्योंकि वह उन्हें पार्टी में शामिल करने में विफल रहे. तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा ने पिछले साल के विधानसभा चुनाव से पहले लोगों के बीच यह संदेश फैलाने की कोशिश की थी कि राज्य में बेहद लोकप्रिय गांगुली पार्टी में शामिल होंगे.

सौरव को ‘अपमानित’ करने का प्रयास कर रही है भाजपा: TMC

टीएमसी ने यह भी दावा किया कि यह ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ का एक उदाहरण है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह दूसरे कार्यकाल के लिए बीसीसीआई के सचिव पद पर बने रह सकते हैं लेकिन सौरव गांगुली अध्यक्ष पद पर ऐसा नहीं कर सकते. ऐसा लगता है कि भाजपा सौरव को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही है. हालांकि भाजपा ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी ‘प्रिंस ऑफ कोलकाता’ के नाम से लोकप्रिय गांगुली को पार्टी में शामिल करने की कोशिश नहीं की.

Also Read: IND vs SA: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत ने दर्ज की आसान जीत, 2-1 से अपने नाम की वनडे सीरीज
बीसीसीआई सचिव बने रहेंगे जय शाह

आपको बता दें कि रोजर बिन्नी 18 अक्टूबर को मुंबई में होने वाली बीसीसीआई की एजीएम में आधिकारिक रूप से पदभार संभालेंगे. जबकी जय शाह लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए बीसीसीआई सचिव बने रहेंगे. शाह इसके अलावा आईसीसी बोर्ड में गांगुली की जगह भी लेंगे. वहीं राजीव शुक्ला बोर्ड के उपाध्यक्ष बने रहेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर बने रहने के इच्छुक थे लेकिन उन्हें बताया गया बोर्ड अध्यक्ष पद के मामले में ऐसा चलन नहीं है. बीसीसीआई के किसी भी पद के लिए चुनाव नहीं होगा क्योंकि सभी उम्मीदवारों को सर्वसम्मति से चुना गया है. (भाषा इनपुट)

Exit mobile version