BCCI Title Sponsorship : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बुधवार को भारतीय महिला और पुरुष क्रिकेट टीमों के टाइटल स्पॉन्सर के लिए निविदा आवेदन आमंत्रित किये हैं. एड-टेक कंपनी BYJU’S के साथ बीसीसीआई का अनुबंध पिछले वित्तीय वर्ष में समाप्त हो गया. इसका मतलब है कि टीम इंडिया इस वक्त टाइटल स्पॉन्सर के बिला है. बीसीसीआई ने एडिडास को भारतीय क्रिकेटर्स का किट प्रायोजक बनाया है.
जैसे ही बीसीसीआई एक नये टाइटल स्पॉन्सर को अंतिम रूप देता है, टीम की जर्सी पर उसका नाम नजर आने लगेगा. बीसीसीआई सचिव जय शाह ने एक विज्ञप्ति में कहा कि बीसीसीआई राष्ट्रीय टीम के प्रमुख प्रायोजक अधिकार हासिल करने के लिए प्रतिष्ठित संस्थाओं से बोलियां आमंत्रित करता है. बोली दस्तावेज 5 लाख रुपये के गैर-वापसी शुल्क पर खरीदा जा सकता है. खरीदने की अंतिम तिथि 26 जून है.
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विज्ञप्ति में आगे कहा गया है कि बोली जमा करने के इच्छुक किसी भी पार्टी को आईटीटी खरीदना आवश्यक है. हालांकि, आईटीटी में निर्धारित पात्रता मानदंड को पूरा करने वाले और उसमें निर्धारित अन्य नियमों और शर्तों के अधीन आने वाले ही बोली लगाने के पात्र होंगे. यह स्पष्ट किया जाता है कि केवल आईटीटी खरीदने से कोई व्यक्ति बोली लगाने का हकदार नहीं हो जाता है.
बीसीसीआई ने भारतीय और विदेशी संस्थाओं के लिए अलग-अलग भुगतान विवरण भी साझा किये. कुछ ऐसी संस्थाएं हैं जिन्हें बोर्ड द्वारा आवेदन करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. बीसीसीआई ने ब्रांड श्रेणियों की एक सूची शेयर की, जिन पर भारतीय क्रिकेट टीमों के शीर्षक प्रायोजन के लिए आवेदन करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
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एथलेजर और स्पोर्ट्सवियर निर्माता
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शराब उत्पादक
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सट्टेबाजी
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क्रिप्टोकरेंसी
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रियल मनी गेमिंग (फंटासी स्पोर्ट्स गेमिंग को छोड़कर)
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तंबाकू उत्पाद बनाने वाली कंपनी
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वह जो सार्वजनिक नैतिकता को ठेस पहुंचाने की संभावना रखता है, जैसे पोर्नोग्राफी.