भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय टीम में चयन के मानदंडों में यो यो फिटनेस टेस्ट फिर से शामिल किया गया है. नवंबर में टी20 विश्व कप से भारत के सेमीफाइनल में बाहर होने के बाद से यह बैठक होनी थी. आखिरकार यह बैठक रविवार को हुई जिसमें बीसीसीआई सचिव जय शाह, अध्यक्ष रोजर बिन्नी, कप्तान रोहित शर्मा, कोच राहुल द्रविड़, एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण और चयनकर्ता चेतन शर्मा ने भाग लिया.
यो यो टेस्ट के अलावा डेक्सा (हड्डी का स्कैन टेस्ट) भी चयन के मानदंडों में शामिल किया गया है. यह भी तय किया गया कि आईपीएल के लिये लाल गेंद के क्रिकेट पर सफेद गेंद के क्रिकेट को तरजीह देने वाले उदीयमान क्रिकेटरों को राष्ट्रीय टीम में चयन के लिये घरेलू क्रिकेट खेलनी होगी. शाह ने बीसीसीआई द्वारा जारी बयान में कहा कि उदीयमान क्रिकेटरों को राष्ट्रीय टीम में चयन की पात्रता हासिल करने के लिये घरेलू क्रिकेट खेलनी होगी.
उन्होंने कहा कि यो यो टेस्ट और डेक्सा अब चयन के आधार में शामिल होंगे. बयान में आगे कहा गया कि पुरुष टीम का एफटीपी (भावी दौरा कार्यक्रम) और आईसीसी 2023 विश्व कप को ध्यान में रखकर एनसीए आईपीएल टीमों के साथ मिलकर आईपीएल 2023 में भाग ले रहे भारतीय खिलाड़ियों की मॉनिटरिंग करेगा. यो यो टेस्ट एरोबिक फिटनेस टेस्ट है जिससे दमखम का आकलन किया जाता है. इसमें बीस-बीस मीटर की दूरी पर रखे गये मार्कर के बीच बढ़ती हुई गति से दौड़ना होता है.
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विराट कोहली के भारतीय टीम का कप्तान रहते यह टेस्ट शुरू किया गया था. इसमें पहले पास होने के लिये 16.1 स्कोर जरूरी था जो बाद में 16.5 कर दिया गया. विश्व कप के बाद पूरी चयन समिति को बर्खास्त कर दिया गया लेकिन शर्मा ने रविवार की बैठक में भाग लिया. उन्होंने हरविंदर सिंह के साथ चयनकर्ता के पद के लिये फिर से आवेदन किया है. बयान में बोर्ड ने कहा कि 2023 में भारत में होने वाले विश्व कप के रोडमैप पर भी चर्चा की गयी. इसमें कहा गया कि खिलाड़ियों की उपलब्धता, कार्यभार प्रबंधन, फिटनेस मानदंडों पर विस्तार से बात की गयी.