Mohammed Shami: टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में चयन के लिए अपनी धमाकेदारी पारी दिखाई है. उन्होंने फिर एक बार दिखाया है कि वह पूरी तरह फिट हैं और टीम को जब भी उनकी जरूरत होगी, वह प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं. रविवार को मध्य प्रदेश के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी के मैच में शमी आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे और 123 से अधिक की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 34 गेंदों पर 42 रनों की पारी खेली. उन्होंने अपनी पारी में 5 चौके और एक छक्का लगाया, जिससे बंगाल ने 50 ओवरों में 269 रनों का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया.
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी शमी ने बनाए 17 गेंद पर 32 रन
इससे पहले मोहम्मद शमी ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान बल्ले से छाप छोड़ी थी. उन्होंने चंडीगढ़ के खिलाफ सिर्फ 17 गेंदों पर 32 रन बनाए थे, जिसमें अनुभवी गेंदबाज संदीप शर्मा के एक ओवर में 19 रन भी शामिल थे. शमी लगभग नियमित रूप से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं, लेकिन घुटने में चोट के कारण 34 वर्षीय इस तेज गेंदबाज को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए नहीं चुना गया.
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चोट से उबरने के बाद घरेलू क्रिकेट में शमी का धमाल
अपनी एड़ी की चोट से उबरने के बाद, शमी ने पिछले दो महीनों से घरेलू क्रिकेट खेला है. इसमें उन्होंने रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में बंगाल के लिए सक्रिय रूप से भाग लिया है. इन खेलों में, शमी ने दिखाया है कि वह न केवल एक विश्वसनीय गेंदबाज हो सकते हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर बल्ले से भी अपनी पकड़ बनाए रख सकते हैं. कुल मिलाकर शमी अच्छी फॉर्म में हैं.
19 फरवरी से शुरू होगी चैंपियंस ट्रॉफी
उन्होंने रणजी ट्रॉफी में वापसी करते हुए चार विकेट चटकाए और फिर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के नौ मैचों में 11 विकेट चटकाए. भारत की गेंदबाजी आक्रमण में शमी की जरूरत महसूस हो रही है. शमी का प्रदर्शन उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में ला सकता है. चैंपियंस ट्रॉफी 19 फरवरी से शुरू होगी, जिसके एक दिन बाद भारत का पहला मैच होगा.