BGT 2024-25: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की सीरीज में रिकॉर्ड नंबर में दर्शक मैदान पर आए. इस बात से रवि शास्त्री काफी गदगद नजर आए. उन्होंने कहा यह डॉन ब्रैडमैन के समय से भी ज्यादा है.भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में दोनों टीमों की प्रतिद्वंद्विता अपने चरम पर रही. खिलाड़ियों के साथ मीडिया ने भी इसमें भरपूर योगदान दिया. खेल के मैदान पर खेल के अलावा प्लेयर्स ने छिटपुट झड़प से गजब का तड़का लगाया. खेल में इस तरह की जबरदस्त गुत्थमगुत्थी का नतीजा रहा कि इस बार के बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में रिकॉर्ड 8,37,000 दर्शक मैदान पर पहुंचे. इस नतीजे से गदगद रवि शास्त्री और रिकी पोंटिंग ने टेस्ट सीरीज के दौरान दर्शकों की रिकार्ड संख्या की सराहना की है. दोनों ने सुझाव दिया है कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विता के रूप में एशेज को पीछे छोड़ सकती है.
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत का एक दशक से चला आ रहा दबदबा रविवार को समाप्त हो गया. ऑस्ट्रेलिया ने पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला 3-1 से जीती. इस श्रृंखला को देखने के लिए 837,000 दर्शक स्टेडियम पहुंचे जो नया रिकॉर्ड है. भारत के पूर्व कोच शास्त्री ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि आधुनिक युग में दोनों टीमों के बीच प्रतिद्वंद्विता असाधारण है.‘द आईसीसी रिव्यू’ बात करते हुए शास्त्री ने कहा, ‘‘एक आंकड़ा सामने आता है- मेलबर्न टेस्ट मैच में 375,000 लोग गेट से होकर आए, जिसने 90 साल पहले के 350,000 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. उन्होंने कहा, ‘‘पिछला रिकॉर्ड तब का था जब डॉन ब्रैडमैन खेला करते थे. यह नया आंकड़ा मौजूदा समय की तमाम सुविधाओं के बीच आया है जिसने नए मानदंड स्थापित कर दिए हैं.’’
ओटीटी और टेलीविजन के समय में इतने दर्शक आना बहुत बड़ी बात
शास्त्री ने कहा, ‘‘जब टेलीविजन है, जब ओटीटी प्लेटफॉर्म है. जब सब तरह की सुविधाएं मौजूद हैं तब भी लोगों का वहां से बाहर निकलना और क्रिकेट देखना, 375,000 लोगों का मेलबर्न में आना और फिर सिडनी में इसे दोहराना, यह वास्तविकता से कहीं ज्यादा है.’’ ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने शास्त्री का समर्थन करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट देखने के लिए आने वाले 837,000 लोगों की संख्या अविश्वसनीय है. पोंटिंग ने कहा, ‘‘अब जबकि यह सीरीज समाप्त हो गई है, तब ऑस्ट्रेलिया के अगली गर्मियों में इंग्लैंड के दौरे पर नजर रहेगी जिससे यह पता चलेगा कि किस श्रृंखला में अधिक दर्शक पहुंचे. अगर आंकड़ा समान नहीं होता है तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि बॉर्डर-गावस्कर प्रतिद्वंद्विता बड़ी मानी जाएगी. निश्चित रूप से प्रशंसकों के दृष्टिकोण से.’’ इंग्लैंड साल 2025 के अंत में एशेज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगा. दोनों टीमों के बीच यह सबसे कड़ी प्रतियोगिता मानी जाती है.
मौसम खलल नहीं डालता तो यह संख्या बढ़ सकती थी
ब्रिस्बेन में बारिश की वजह से पहले दिन का खेल नहीं हो पाया और पूरे मैच में रह रहकर बारिश ने खलल डाला. अगर परिस्थितियां सही रहतीं तो दर्शकों का आंकड़ा और भी बड़ा हो सकता था. पोंटिंग ने कहा, ‘‘पर्थ टेस्ट केवल चार दिन चला. एडिलेड और सिडनी टेस्ट तीन दिन ही चले. अगर ये सभी टेस्ट मैच पांच दिन चलते तो यह आंकड़ा और बड़ा होता.’’ पोंटिंग ने कहा, ‘‘प्रशंसक यह समझ रहे हैं कि ये दोनों क्रिकेट टीमें कितनी अच्छी हैं, वे वहां रहना चाहते हैं और इसका हिस्सा बनना चाहते हैं. टेस्ट मैच क्रिकेट को अपने सर्वश्रेष्ठ रूप में देखना चाहते हैं. फिलहाल, यह तर्क देना वाकई मुश्किल है कि यह विश्व क्रिकेट में सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विता नहीं है.’’
जय शाह ट्राई नेशन टेस्ट सीरीज के लिए करने वाले हैं मीटिंग
आईसीसी के चेयरमैन जय शाह टेस्ट मैचों के रोमांच को एक नए स्तर पर ले जाने के लिए प्लानिंग कर रहे हैं. इंग्लैंड के अखबार द एज के मुताबिक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीसी के चेयरमैन जय शाह, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष माइक बेयर्ड और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन इस महीने के अंत में एक बैठक करेंगे. इस बैठक में टेस्ट क्रिकेट के लिए दो-स्तरीय संरचना पर चर्चा प्रमुख एजेंडे में शामिल होने की संभावना है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर दो-स्तरीय टेस्ट संरचना लागू होती है, तो भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को कई अन्य देशों के खिलाफ टेस्ट मैच खेलने की आवश्यकता नहीं होगी. इसके बजाय, ये तीनों देश हर तीन साल में एक-दूसरे के खिलाफ दो बार खेल सकेंगे, जो वर्तमान व्यवस्था के चार साल के अंतराल की तुलना में अधिक बार होगा. हालांकि यह फॉर्मूला 2016 में ही लाने की व्यवस्था थी, लेकिन छोटे क्रिकेट बोर्ड्स ने इस पर आपत्ति जताई थी, जिसकी वजह से ट्राई नेशन टेस्ट मैच व्यवस्था ठंडे बस्ते में चली गई थी. अब देखना है कि इस मामले में क्या नई अपडेट निकलकर आती है.
न्यूज एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ.