BGT2024-25: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में लैंड कर चुकी है. 5 मैचों की इस सीरीज का पहला मैच पर्थ में 22 नवंबर से होगा. ऑप्टस स्टेडियम की इस पिच भारत का कड़ा स्वागत होने वाला है. पर्थ की पिच से ‘अच्छा उछाल और गति’ मिलेगी. पहले टेस्ट की मेजबानी करने वाले ऑप्टस स्टेडियम की पिच पारंपरिक रूप से ऐसी ही है.
ऑप्टस स्टेडियम में ड्रॉप इन पिच का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे पहले पर्थ में खेले जाने वाले सभी मैच वाका स्टेडियम पर खेले जाते थे और वहां गेंदबाजों को असामान्य रूप से गति और उछाल मिलती थी. भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनो ही क्रिकेट टीमें इसी वाका स्टेडियम पर तैयारी कर रही हैं. ऑप्टस की पिच को अक्टूबर में ही तैयार किया गया है. अब इस टेस्ट में 10 दिन से भी कम का समय बचा है तो इसको लेकर पिच क्यूरेटर ने भी अपनी बात रखी है.
वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के मुख्य क्यूरेटर इसाक मैकडोनाल्ड ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ से कहा कि यह ऑस्ट्रेलिया है, यह पर्थ की पिच है. मैंने काफी अच्छी गति और काफी अच्छे उछाल की तैयारी की है. मैकडोनाल्ड उसी तरह की पिच तैयार करने का प्रयास कर रहे हैं, जैसी उन्होंने पिछले साल दिसंबर में पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए तैयार की थी. दिन बढ़ने के साथ उस मैच में पिच टूटने लगी थी और मार्नस लाबुशेन जैसे बल्लेबाज गेंद लगने से चोटिल हो गए थे. उस मैच में पाकिस्तान की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 89 रन पर सिमट गई थी और ऑस्ट्रेलिया ने 360 रन की बड़ी जीत दर्ज की थी.
मैकडोनाल्ड ने कहा कि वह पिच पर थोड़ी घास छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं. उन्होंने कहा कि 10 मिमी अच्छा रहेगा. पिछले साल की परिस्थतियों को देखते हुए 10 मिमी काफी सहज था और शुरुआती कुछ दिन पिच काफी अच्छी रही थी. पिच पर घास का मतलब है, गति. ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान मैच का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साल दोनों गेंदबाजी आक्रमण काफी तेज थे और इस साल भारत के खिलाफ भी ऐसी ही उम्मीद है.