पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच महामुकाबला, सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए दोनों टीमों को चाहिए जीत
पााकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड कप 2023 का एक अहम मुकाबला शनिवार को खेला जाना है. दोनों ही टीमों को सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिए यह मैच जीतना होगा. यह मुकाबला बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है.
चोटिल खिलाड़ियों की समस्या से जूझ रहा न्यूजीलैंड शनिवार को विश्व कप के अपने महत्वपूर्ण मैच में पाकिस्तान से भिड़ेगा, जिसमें दोनों टीम सेमीफाइनल में पहुंचने की कोशिश के तहत जीत हासिल करने के लिए बेताब होंगी. टूर्नामेंट में अच्छी शुरुआत के बाद दोनों टीमों का भाग्य बदल गया जिससे दोनों सेमीफाइनल की दौड़ में मुश्किल स्थिति में पहुंच गयी.
लगातार चार जीत से शुरुआत करने वाली न्यूजीलैंड की लय पर लगाम लग गयी और उसे भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका से लगातार हार का सामना करना पड़ा. इससे उसके सात मैचों में आठ अंक हैं. वहीं पाकिस्तान की हालत तो और खराब है जिसके सात मैचों में छह अंक हैं.
मैदान की निराशा के अलावा न्यूजीलैंड को अपने चोटिल खिलाड़ियों की समस्या से भी जूझना होगा क्योंकि तेज गेंदबाज मैट हैनरी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गये. इससे न्यूजीलैंड ने तेज गेंदबाज काइल जैमीसन को टीम में शामिल किया.
जेम्स नीशाम भी कलाई में चोट लगा बैठे थे जिससे टीम को उनके उबरने की प्रक्रिया पर नजर रखनी होगी. इनके अलावा केन विलियमसन (अंगूठे) और मार्क चैपमैन (पिंडली) भी उबरने की प्रक्रिया के अलग चरण में हैं जिससे वे भी पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर नहीं उतरेंगे.
लेकिन टीम इस बात से थोड़ी राहत लेगी कि तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन पाकिस्तान के खिलाफ खेलने के लिए चोट से उबर गये हैं. लेकिन यह सिर्फ सांत्वना भरा होगा क्योंकि न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को पाकिस्तान के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना होगा क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका को क्रमश: 388 रन और 357 रन का स्कोर बनाने दिया था.
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में यह उनके लिए आसान काम नहीं होगा जो छोटी और तेज आउटफील्ड के कारण गेंदबाजों के लिए कठिन मैदान है. न्यूजीलैंड की गेंदबाजी इकाई में बायें हाथ के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट और बायें हाथ के स्पिनर मिशेल सैंटनर शामिल हैं. उन्हें उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ अपना सर्वश्रेष्ठ करना होगा.
हालांकि न्यूजीलैंड दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपनी लचर बल्लेबाजी नहीं भूला होगा जिसमें टीम 160 रन पर सिमट गयी थी. फिर भी वह इस प्रदर्शन को भूलकर पाक के खिलाफ प्रभाव डालना चाहेगा. इसमें रचिन रविंद्र, डेवोन कॉनवे, डेरिल मिशेल और ग्लेन फिलिप्स रन बनाने की जिम्मेदारी संभालनी होगी. रविंद्र सात मैचों में 415 रन बना चुके हैं और वह इसे यादगार पारी बनाने के लिए बेताब होंगे.
इस चौकड़ी पर से दबाव कम करने के लिए न्यूजीलैंड को टॉम लैथम और विल यंग से योगदान की भी जरूरत होगी. पाकिस्तान भले ही मामूली अंतर से ही प्रबल दावेदार दिख रहा हो। लेकिन लगातार चार हार के बाद बांग्लादेश के खिलाफ जीत भी उसकी कमजोरियों को खत्म करने के लिए नाकाफी हैं.
कप्तान बाबर आजम की फॉर्म भी इतनी अच्छी नहीं रही है क्योंकि तीन अर्धशतकों के बावजूद वह बड़ा शतक नहीं लगा सके हैं. हो सकता है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ वह ऐसा कर दें. लेकिन तब तक पाकिस्तान की उम्मीदें मोहम्मद रिजवान और सलामी बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक पर लगी होंगी. सलामी बल्लेबाज फखर जमां ने चोट के बाद वापसी करते हुए बांग्लादेश के खिलाफ 81 रन की पारी खेली जिससे पाकिस्तान का मनोबल बढ़ा होगा.
मध्यक्रम बल्लेबाज सऊद शकील और इफ्तिखार अहमद अभी तक निरंतरता हासिल नहीं कर पाये हैं जिससे पाकिस्तान चाहेगा कि वे भी अपने प्रयास तेज करें. बायें हाथ के तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तक पहुंचने का संकेत दे रहे हैं जबकि मोहम्मद वसीम ने बांग्लादेश के खिलाफ तीन विकेट झटककर पाकिस्तान की तेज गेंदबाजी विभाग में अतिरिक्त विकल्प की चिंता कम कर दी होगी. लेकिन उनके स्पिनर शादाब खान और उसामा मीर अब तक अच्छा नहीं कर पाये हैं.