आज क्रिकेट के दो दिग्गज खिलाड़ियों का जन्मदिन है, ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव वॉ और मार्क वॉ. और दोनों ही एक बेहतरीन बल्लेबाज, एक बेहतरीन कप्तान ऑस्ट्रेलिया के लिए साबित हुए. हालांकि मार्क वॉ ऑस्ट्रेलिया के कभी कप्तान तो नहीं बने लेकिन वो एक बेहतरीन बल्लेबाज जरूर थे.
जब दोनों जुड़वा भाई क्रिकेट के पिच पर जम जाते थे तो किसी भी गेंदबाज को आउट करना मुश्किल हो जाता था, स्टीव वॉ और
मार्क वॉ का जन्म 2 जून 1965 को ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में हुआ था. स्टीव वॉ ने जब खेलना शुरू किया तब वो एक मामूली प्रतिभा शाली खिलाड़ी माने जाते थे लेकिन बाद में उन्होंने अपने खेल में जबरदस्त सुधार किया और धीरे धीरे टीम में एक महत्वपूर्ण ऑल राउंडर बन गए.
जो कि टीम की जरूरत के हिसाब से बल्लेबाजी कर सकता था और मुश्किल हालात में एक मध्यम गति से गेंदबाजी भी कर सकता था. स्टीव वॉ तब सुर्खियों में आए जब वो 1987 में डेथ ओवर में कसी हुई गेंदबाजी की. उनके इस गेंदबाजी को देख कर ही उन्हें आइस मैन का तमगा दिया गया.
उनके भाई मार्क वॉ ने उस वक्त टेस्ट में डेब्यू उनके भाई स्टीव डेब्यू खराब फॉर्म से जूझ रहे थे. उस वक्त उनके भाई को ड्रॉप करके मार्क वॉ को जगह दी गयी जिसे उन्होंने दोनों हाथों से भुनाया. ये वो सीरीज थी जो ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहद मायने रखता था. यानी कि एशेज सीरीज. जिसमें उन्होंने शतक लगाया था.
बता दें कि दोनों भाइयों ने इन्टर नेशनल मैचों में 35 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं जिसमें स्टीव वॉ के नाम टेस्ट क्रिकेट में 168 टेस्ट मैचों में 10927 रन हैं. जिसमें उनका औसत 51 से ज्यादा का है. जबकि अगर हम मार्क स्टीव वॉ की बात करें तो उनके नाम 128 टेस्ट में 8029 रन हैं जिसमें उन्होंने 40 की ज्यादा की औसत से रन बनाए हैं.
स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफलतम कप्तान माने जाते हैं. उन्हें 1999 में मार्क टेलर बाद कप्तानी की जिम्मेदारी दी गयी. जिसमें उन्होंने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को 1999 के विश्व कप खिताब दिलाया. उनके नाम लगातार 16 मैच जीतने का रिकॉर्ड भी है. उन्होंने 57 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की जिसमें उन्होंने 41 मैचों में टीम को जीत दिलाई. स्टीव स्टीव वॉ के नाम टेस्ट में 92 टेस्ट विकेट भी हैं.
बता दें कि साल 1994- 95 ने दोनों भाइयों ने कैरिबियाई टीम के खिलाफ यादगार पारी खेली थी जिसमें दोनों भाइयों ने शतक जड़ा था. उस टेस्ट में स्टीव ने 200 जबकि मार्क ने 126 रनों की पारी खेली थी. उन दोनों की पारी के बदौलत ही टीम ने वो सीरीज अपने नाम की थी.
बता दें कि मार्क वॉ के नाम टेस्ट मैचों में नॉन विकेट कीपर द्वारा सबसे ज्यादा कैच लेने का रिकॉर्ड है जिसे बाद में द्रविड़ के द्वारा तोड़ दिया गया. उन्हें ऑल टाइम बेस्ट स्लिप फील्डर की गिनती में गिना जाता है