शिवम दुबे के बदले हर्षित राणा बने सब्स्टीट्यूट, माइकल वॉन को पसंद नहीं आया, बोले- मेरी समझ से…

Concussion Substitute: भारत के तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के चौथे मैच में शिवम दुबे को रिप्लेस किया. लेकिन भारतीय कप्तान का यह निर्णय माइकल वॉन को पसंद नहीं आया.

By Anant Narayan Shukla | February 1, 2025 11:49 AM

Concussion Substitute: भारत के तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के चौथे मुकाबले में एक नया इतिहास रच दिया. वह पूर्ण सदस्य टीमों के बीच कन्कशन सब्सटीट्यूट के रूप में मैच के दौरान टी20 डेब्यू करने वाले पहले खिलाड़ी बने. राणा ने ऑलराउंडर शिवम दुबे की जगह ली, जिन्हें भारतीय पारी के अंतिम ओवर में जेमी ओवरटन की गेंद सिर के पिछले हिस्से पर लगी थी. उनका यह योगदान भारत की 15 रन की जीत में अहम साबित हुआ, लेकिन इसके साथ ही सब्सटीट्यूट नियम की निष्पक्षता को लेकर बहस भी छिड़ गई.

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन इस फैसले के सबसे बड़े आलोचकों में से एक रहे. उन्होंने यह सवाल उठाया कि क्या हर्षित राणा वास्तव में शिवम दुबे के लिए “समान-से-समान” प्रतिस्थापन थे. राणा ने 33 रन देकर तीन विकेट झटके, जिससे यह फैसला और अधिक विवादास्पद हो गया. उनके शानदार प्रदर्शन ने इंग्लैंड को 181 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 166 रनों पर समेटने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने लियाम लिविंगस्टोन, जैकब बेथेल और जेमी ओवरटन को पवेलियन भेजकर भारत की जीत में बड़ा योगदान दिया.

माइकल वॉन ने क्रिकबज पर बात करते हुए कहा, “उन्होंने कैसे पाया कि हर्षित राणा शिवम दुबे के लिए समान हैं? एक बल्लेबाज की जगह एक बेहतरीन गेंदबाज जो कुछ अंशकालिक गेंदबाजी भी कर सकता है, मेरी समझ से परे है. उन्होंने 33 रन देकर तीन विकेट लिए, महत्वपूर्ण समय पर महत्वपूर्ण विकेट लिए… आप मुझे यह नहीं बता सकते कि हर्षित राणा शिवम दुबे के लिए समान प्रतिस्थापन हैं.”

जहीर खान ने भी उठाए सवाल

भारत के इस फैसले पर पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने भी सवाल उठाया. उन्होंने माना कि टीमों को किसी खिलाड़ी को नामित करने का अधिकार है, लेकिन यह मैच रेफरी की जिम्मेदारी थी कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रतिस्थापन चयन मानदंडों के अनुरूप हो. जहीर ने सुझाव दिया कि रमनदीप सिंह शायद भारत के लिए अधिक उपयुक्त विकल्प होते. उन्होंने कहा, “मैच रेफरी को यह कहना चाहिए था कि आपने इस खिलाड़ी को नामित किया है, लेकिन वह पूरी तरह से मानदंडों पर खरा नहीं उतरता. इसलिए किसी ऐसे खिलाड़ी का सुझाव दें जो वास्तव में बल्लेबाज हो और गेंदबाजी भी कर सके, न कि एक गेंदबाज जो बल्लेबाजी भी कर सकता हो.”

विवाद के बावजूद, मैदान पर भारत का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा. एक समय पर भारत 79 रन पर 5 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रहा था, लेकिन हार्दिक पांड्या (53) और दुबे (53) ने 87 रन की साझेदारी करके टीम को बचाया. भारत ने 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 181 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाया. इसके जवाब में, इंग्लैंड भारत के गेंदबाजी आक्रमण के सामने लड़खड़ा गया, जिसमें राणा और लेग स्पिनर रवि बिश्नोई (56 रन पर 3 विकेट) ने बढ़त बनाई.

इस जीत के साथ भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 3-1 से बढ़त हासिल कर ली है. इतना ही नहीं  2019 से भारत की घरेलू टी20I सीरीज की अजेय लकीर को 17 तक बढ़ा दिया है. यानी भारत की अपने घर में यह लगातार 17वीं सीरीज में जीत हासिल की है. हालाँकि अब राणा के प्रतिस्थापन को लेकर बहस जारी रहने की संभावना है. जिसमें कन्कशन प्रतिस्थापन नियमों में अधिक स्पष्टता की मांग की जा रही है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक ने भी इस पर सवाल उठाए हैं. 

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