विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दोनों फाइनल में टीम इंडिया को खेलने का मौका मिला है, लेकिन एक भी जीत नहीं मिली है. इसके उद्घाटन संस्करण में भारत को न्यूजीलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा, जबकि इसी महीने दूसरे सीजन में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों बड़ी हार मिली. आईसीसी ने पिछले दिनों वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तीसरे सीजन के कार्यक्रमों की घोषणा की है, जिसमें टीमों को दो साल में छह-छह टेस्ट सीरीज खेलने हैं.
टीम इंडिया के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने आईसीसी के कार्यक्रम की आलोचना की है. चोपड़ा का कहना है कि क्रिकेट के शीर्ष निकाय को भारत और पाकिस्तान के द्विपक्षीय सीरीज के बारे के विचार करना चाहिए. उन्होंने अपने YouTube चैनल पर सवाल किया कि WTC अपने दो साल के चक्र की अवधि में अधिक संख्या में टीमों के खिलाफ खेलने की अनुमति क्यों नहीं देता है.
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उन्होंने आगे कहा कि आप सभी टीमों के खिलाफ नहीं खेलते हैं. लेकिन यह डब्ल्यूटीसी है, यह आईसीसी का कार्यक्रम है. अब चार साल हो गये हैं… क्या आप भारत बनाम पाकिस्तान के बिना आईसीसी के आयोजन की कल्पना कर सकते हैं? बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच 2007 के बाद से कोई भी द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज नहीं खेला गया है. दोनों टीमें केवल आईसीसी इवेंट्स या एशिया कप में एक-दूसरे का सामना करते हैं.
आकाश चोपड़ा ने सवाल उठाया कि क्या WTC एक ICC इवेंट नहीं है? आईसीसी फाइनल की मेजबानी करता है. इसलिए इस चक्र में होने वाले सभी मैच ICC के दायरे में होने चाहिए. यह छह साल की अवधि होगी, जब आईसीसी ने भारत और पाकिस्तान के लिए एक भी सीरीज प्लान नहीं किया है. चोपड़ा ने कहा कि यह आईसीसी का कार्यक्रम है, अगर नहीं है तो स्पष्ट करें. इसे द्विपक्षीय क्रिकेट कहें और स्वीकार करें कि आपने डब्ल्यूटीसी को सिर्फ टेस्ट को ग्लैमराइज करने के लिए बनाया है.