क्रिकेट की दुनिया बदलने वाली है, 4150 करोड़ रुपये से IPL को मिलेगी टक्कर, सऊदी अरब ला रहा नई लीग

IPL: सऊदी अरब एक नई वैश्विक टी20 लीग में 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 4,150 करोड़ रुपये) का बड़ा निवेश करने की योजना बना रहा है. यह लीग टेनिस ग्रैंड स्लैम की तर्ज पर आयोजित की जाएगी, जिसमें टीमें साल में चार बार अलग-अलग देशों में मुकाबले खेलेंगी.

By Anant Narayan Shukla | March 15, 2025 3:07 PM
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New Challenge to IPL: सऊदी अरब ने क्रिकेट की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर ली है. देश एक नई वैश्विक टी20 लीग शुरू करने की योजना बना रहा है, जिसमें लगभग 500 मिलियन डॉलर (लगभग 4,150 करोड़ रुपये) का निवेश किया जाएगा. सऊदी अरब की यह महत्वाकांक्षी योजना मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को सीधी चुनौती दे सकती है, जिसकी वर्तमान कीमत 1.2 बिलियन डॉलर आंकी गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह लीग सफल होती है, तो यह क्रिकेट के मौजूदा ढांचे को पूरी तरह बदल सकती है.

सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब एक नई वैश्विक टी20 लीग में 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 4,150 करोड़ रुपये) का बड़ा निवेश करने की योजना बना रहा है. यह लीग टेनिस ग्रैंड स्लैम की तर्ज पर आयोजित की जाएगी, जिसमें टीमें साल में चार बार अलग-अलग देशों में मुकाबले खेलेंगी. कहा जा रहा है कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य क्रिकेट को एक नए स्तर पर ले जाना और टेस्ट क्रिकेट को बचाने के साथ-साथ वेस्टइंडीज जैसे कमजोर बोर्डों का आर्थिक रूप से समर्थन करना है.

एसआरजे स्पोर्ट्स इन्वेस्टमेंट्स होगी मुख्य निवेशक

लीग के पीछे मुख्य निवेशक के रूप में सऊदी अरब की एसआरजे स्पोर्ट्स इन्वेस्टमेंट्स (SRJ Sports Investments) का नाम सामने आ रहा है. इस फर्म का नेतृत्व ऑस्ट्रेलियाई प्रोफेशनल लीग्स सॉकर के पूर्व मुख्य कार्यकारी डैनी टाउनसेंड कर रहे हैं. इस लीग की अवधारणा ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और ऑलराउंडर नील मैक्सवेल ने पेश की है, जो पहले ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल लीग (AFL) के बोर्ड सदस्य भी रह चुके हैं.

लीग का विचार ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन (Australian Cricketers’ Association) द्वारा प्रस्तावित किया गया है, जो वर्तमान और पूर्व क्रिकेटरों का प्रतिनिधित्व करता है. इस लीग का मुख्य उद्देश्य टेस्ट क्रिकेट को आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करना और छोटे क्रिकेट बोर्डों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना है.

कैसा होगा लीग का प्रारूप?

यह लीग साल में चार बार अलग-अलग देशों में आयोजित की जाएगी. नई फ्रेंचाइजी आधारित टीमें लीग में भाग लेंगी. प्रारंभिक चरण में ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब की एक-एक टीम शामिल होगी. पुरुषों और महिलाओं की टीमें इस लीग का हिस्सा होंगी. फाइनल मुकाबला सऊदी अरब में आयोजित किया जा सकता है. यह लीग किसी भी बड़े टी20 टूर्नामेंट से नहीं टकराएगी और इसे एक विशेष विंडो में आयोजित किया जाएगा.

आईसीसी और बीसीसीआई की मंजूरी होगी जरूरी

हालांकि, इस लीग को अमलीजामा पहनाने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. सबसे बड़ी चुनौती ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से इस लीग को हरी झंडी दिलवाना होगी. इसके अलावा, अंतिम निर्णय आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के अध्यक्ष जय शाह पर निर्भर करेगा.

एक अन्य बड़ी बाधा भारतीय खिलाड़ियों की भागीदारी हो सकती है. वर्तमान में बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) अपने खिलाड़ियों को किसी भी विदेशी टी20 लीग में भाग लेने की अनुमति नहीं देता है ताकि आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) की विशिष्टता बनाए रखी जा सके. अगर बीसीसीआई इस पर सहमति नहीं देता है तो लीग के लिए ग्लोबल स्टार पावर जुटाना मुश्किल हो सकता है.

क्रिकेट की दुनिया में बड़ा बदलाव संभव

यदि यह लीग सफल होती है, तो यह क्रिकेट के परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है. इससे न केवल टेस्ट क्रिकेट को बचाने में मदद मिलेगी, बल्कि छोटे क्रिकेट बोर्डों को भी आर्थिक रूप से संबल मिलेगा. साथ ही, महिला क्रिकेट को भी एक नई पहचान मिलने की संभावना है. इस प्रस्तावित लीग पर अभी कोई आधिकारिक निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन सऊदी अरब का यह कदम क्रिकेट की दुनिया में एक नए युग की शुरुआत कर सकता है.

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