चैंपियंस ट्रॉफी में ये आठ टीमें लेंगी भाग, पाकिस्तान कर रहा है मेजबानी
चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पाकिस्तान में आठ साल एक बाद किया जा रहा है. आखिरी चैंपियंस ट्रॉफी साल 2017 में खेला गया था. अफगानिस्तान टीम पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी में भाग ले रही है.
विश्व कप 2023 अभियान अपनी समाप्ति की और प्रस्थान कर चुका है. भारत ने अपने लीग मुकाबले को अजय रहते हुए समाप्त किया है. भारत की धरती पर खेली जा रही विश्व कप अभियान काफी रोमांचक मोड ले चुका है. पाकिस्तान एक बार फिर विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में अपनी जगह पक्की करने में सफल नहीं हो पाया. वहीं कुल 10 टीमों में से भारत , दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल मुकाबले के लिए अपनी जगह पक्की की है. पाकिस्तानी टीम साल 2011 में खेले गए विश्व कप मुकाबले में अपनी जगह सेमीफाइनल में बना सकी थी. लीग मैच का आखिरी मुकाबला भारत बनाम नीदरलैंड खेला गया. भारत ने अपने और लीग चरण के आखिरी मुकाबले को 160 रनों से जीत लिया. विश्व कप 2023 की समाप्ति के बाद 2025 में पाकिस्तान की मेजबानी में चैंपियंस ट्रॉफी खेली जानी है. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 अभियान में कुल आठ टीमें भाग लेंगी. पिछले महीने की शुरुआत में, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने यह खुलासा करते हुए कहा था कि भारत में विश्व कप टूर्नामेंट के प्रारंभिक दौर के अंत में शीर्ष आठ टीमें आयोजित होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफिकेशन में जगह बनाएंगी.
इन आठ टीमों को मिलेगा चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने का मौका
भारत चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी जगह पक्की करने वाली पहली टीमों में से एक है. क्योंकि भारतीय टीम ने विश्व कप के सेमीफाइनल में अपनी जगह सबसे पहले पक्की की थी. बता दें, चैंपियंस ट्रॉफी आठ साल बाद फिर एक बार खेला जाना है. भारत एक बार फिर चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाने के लिए पूरी तरह तैयार है. भारतीय टीम के अलावा दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इंग्लैंड और बांग्लादेश चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेगी. पांचवें स्थान पर रहने वाली पाकिस्तान टीम मेजबान देश होने के कारण पहले ही क्वालीफाई कर चुकी है, जबकि छठे स्थान पर रहने वाली अफगानिस्तान अपने अब तक के सर्वश्रेष्ठ विश्व कप प्रदर्शन के बाद चैंपियंस ट्रॉफी में पहली बार खेलने के लिए तैयार है.
श्रीलंका और ओर नीदरलैंड नहीं कर सकी चैंपियंस ट्रॉफी में क्वालीफाई
विश्व कप अभियान के दौरान श्रीलंका और नीदरलैंड टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा. श्रीलंका ने खेले गए नौ मुकाबले में से दो में जीत दर्ज की और सात में हार का सामना किया. वहीं नीदरलैंड की टीम भी नौ मुकाबले में से दो में जीत दर्ज और सात में हार दर्ज की है. इस लिए ये दो टीमें नौवें और दसवें स्थान पर रही और क्वालिफिकेशन में जगह नहीं बना पाई. बांग्लादेश ने भी नौ मुकाबलों में से दो जीती परंतु टीम का रन रेट इन दोनों से बेहतर होने के कारण टीम क्वालीफाई कर गई. लीग मैच के समाप्ति के बाद बांग्लादेश टीम की नेट रन रेट -1.087 है जो की इन दोनों टीमों से अधिक है.