Champions Trophy के ग्रुप ए में भारत के खिलाफ टीमों की क्या है ताकत और कमजोरी, देखें फुल SWOT एनालिसिस
Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत 19 फरवरी से होनी है. इस टूर्नामेंट में भारत ग्रुप में बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के साथ है. भारत के ग्रुप में शामिल प्रतिद्वंदी टीमों का SWOT विश्लेषण (ताकत, कमजोरी, मौके और खतरे) करते हैं.
Champions Trophy 2025: भारत की टीम को तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की कमी जरूर खलेगी, लेकिन उनकी मजबूत बल्लेबाजी और स्पिन आक्रमण के दम पर वह दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के साथ चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के प्रमुख दावेदारों में शामिल होगी. भारत का पहला मुकाबला 20 फरवरी को बांग्लादेश से होगा, जिसके बाद 23 फरवरी को चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से और 2 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण मुकाबला खेलना है. चलिए चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारत के ग्रुप में शामिल प्रतिद्वंदी टीमों का SWOT विश्लेषण (ताकत, कमजोरी, मौके और खतरे) करते हैं.
बांग्लादेश: मजबूत लेकिन अस्थिर टीम
ताकत (Strengths)
- वनडे क्रिकेट में बांग्लादेश की टीम बेहद मजबूत मानी जाती है.
- वे एशिया कप का फाइनल खेल चुके हैं और 2015 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल तक पहुंच चुके हैं.
- टीम में अनुभवी खिलाड़ी मौजूद हैं, जैसे महमूदुल्लाह और मुशफिकुर रहीम, जो बड़े मुकाबलों में अपनी छाप छोड़ सकते हैं.
- सौम्य सरकार, तंजीम हसन साकिब और उपकप्तान मेहदी हसन मिराज जैसे खिलाड़ी बांग्लादेश के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं.
कमजोरी (Weaknesses)
- लगातार अच्छा प्रदर्शन न कर पाना बांग्लादेश की सबसे बड़ी कमजोरी रही है.
- ओपनर लिटन दास खराब फॉर्म के कारण टीम में जगह नहीं बना सके, जबकि वह पावरप्ले में अहम भूमिका निभा सकते थे.
- साकिब अल हसन अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं हैं और उनकी गेंदबाजी भी संदिग्ध एक्शन के कारण प्रतिबंधित हो चुकी है, जिससे उनकी उपयोगिता सिर्फ बल्लेबाजी तक सीमित रह गई है. हालांकि वे भी चैंपियंस ट्रॉफी स्क्वॉड का हिस्सा नहीं हैं.
मौके (Opportunities)
- अगर दुबई में भारत के खिलाफ धीमी पिच मिलती है, तो बांग्लादेश के स्पिन गेंदबाज मेहदी हसन और लेग स्पिनर रिषाद हुसैन भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं.
- तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान की विविधता भी बांग्लादेश के लिए मददगार साबित हो सकती है.
खतरा (Threats)
- बांग्लादेश की टीम अफगानिस्तान के खिलाफ पिछले छह में से पांच वनडे मुकाबले हार चुकी है, जो उनकी स्थिरता पर सवाल उठाता है.
- टीम के कई खिलाड़ी बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) के बाद सीधे चैम्पियंस ट्रॉफी खेल रहे हैं, जबकि BPL का स्तर अन्य बड़ी लीगों के मुकाबले औसत माना जाता है.
- कप्तान नजमुल हसन शांटो भी अपने बेहतरीन फॉर्म में नहीं हैं.
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पाकिस्तान: घरेलू माहौल में फायदा, लेकिन संतुलन की कमी
ताकत (Strengths)
- टीम चयन को लेकर आलोचनाएं हुई हैं, लेकिन पाकिस्तान के पास ऐसे आक्रामक खिलाड़ी हैं, जो अपने दिन पर किसी भी टीम को हराने का दम रखते हैं.
- फखर जमान 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत के खिलाफ शानदार पारी खेल चुके हैं और बाबर आजम से ज्यादा खतरनाक साबित हो सकते हैं.
- कप्तान मोहम्मद रिजवान और फिनिशर सलमान अली आगा शानदार फॉर्म में हैं.
कमजोरी (Weaknesses)
- युवा बल्लेबाज सईम अयूब की चोट पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है.
- बाबर आजम की फॉर्म चिंता का विषय है, क्योंकि वह न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज में भी प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर सके.
- कामरान गुलाम, खुशदिल शाह और तैयब ताहिर जैसे खिलाड़ियों को अपनी काबिलियत साबित करनी होगी.
- खुशदिल शाह और फहीम अशरफ टीम की कमजोर कड़ी माने जा रहे हैं.
मौके (Opportunities)
- घरेलू मैदानों पर खेलने से पाकिस्तान को बड़ा फायदा मिलेगा.
- उनका तेज गेंदबाजी आक्रमण शानदार है, लेकिन कराची और रावलपिंडी की पिचों को उनके अनुरूप होना जरूरी है ताकि शाहीन शाह अफरीदी, नसीम शाह और हारिस रऊफ अपनी रफ्तार से कहर बरपा सकें.
- सलमान अली आगा का ऑलराउंड प्रदर्शन एक्स फैक्टर साबित हो सकता है.
खतरा (Threats)
- सिर्फ एक विशेषज्ञ स्पिनर अबरार अहमद को टीम में शामिल करना जोखिम भरा फैसला हो सकता है.
- हरफनमौला खिलाड़ी फहीम अशरफ की न तो बल्लेबाजी प्रभावी है और न ही उनकी गेंदबाजी का इकॉनमी रेट खास है.
- शाहीन शाह अफरीदी और नसीम शाह त्रिकोणीय सीरीज में महंगे साबित हुए, जिससे पाकिस्तान का गेंदबाजी आक्रमण सवालों के घेरे में आ गया है.
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न्यूजीलैंड: अनुभव और संतुलन से मजबूत, लेकिन तेज गेंदबाजों की कमी चिंता का विषय
ताकत (Strengths)
- न्यूजीलैंड के पास अनुभवी खिलाड़ी हैं, जो उपमहाद्वीप की परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं.
- डेवोन कोंवे और टॉम लाथम टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज हैं.
- केन विलियमसन खेलते हैं तो वह टीम के सूत्रधार की भूमिका निभाएंगे.
- मध्यक्रम में डेरिल मिचेल और ग्लेन फिलिप्स मैच विनर साबित हो सकते हैं.
- हाल ही उनकी टीम ने सबसे ज्यादा वनडे मैच खेले हैं. इंग्लैंड, श्रीलंका और पाकिस्तान में उन्होंने अच्छा अभ्यास किया है और ट्रॉई नेशन सीरीज में जीत हासिल कर उनका हौसला और भी बुलंद होगा.
कमजोरी (Weaknesses)
- आईसीसी टूर्नामेंट में पहली बार न्यूजीलैंड बिना टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट के खेल रहा है.
- लॉकी फर्ग्युसन का खेलना तय नहीं है, जिससे तेज गेंदबाजी कमजोर दिख रही है.
- इनके अलावा रचिन रविंद्र और बेन सीयर्स भी चोटिल हैं. बेन सीयर्स चोट के कारण अंत समय में टीम से बाहर हो गए हैं और रविंद्र भी कब तक पूरी तरह फिट होंगे इसका अंदाजा भी अभी नहीं लग पाया है.
मौके (Opportunities)
- न्यूजीलैंड हमेशा शीर्ष चार टीमों में जगह बनाता है और इस बार भी उनकी संभावना मजबूत है.
- मिचेल सैंटनर एक बेहतरीन कप्तान साबित हो सकते हैं.
- ग्लेन फिलिप्स और डेरिल मिचेल मध्य ओवरों में खेल का रुख बदल सकते हैं.
खतरा (Threats)
- यह देखना दिलचस्प होगा कि न्यूजीलैंड के बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ कैसा प्रदर्शन करते हैं.
- पाकिस्तान की सपाट पिचों पर रन बनाना आसान रहेगा, लेकिन अगर पिचें धीमी हुईं, तो भारत के स्पिन तिकड़ी, बांग्लादेश के रिषाद हुसैन और पाकिस्तान के अबरार अहमद के खिलाफ मुश्किलें आ सकती हैं.
भारत के लिए चैम्पियंस ट्रॉफी में चुनौती आसान नहीं होगी, लेकिन मजबूत बल्लेबाजी और अनुभवी स्पिन गेंदबाजों के दम पर वे खिताब के प्रबल दावेदार रहेंगे. दूसरी ओर, पाकिस्तान घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश करेगा, जबकि न्यूजीलैंड की टीम अपने संतुलित प्रदर्शन पर निर्भर रहेगी. बांग्लादेश, अपनी अस्थिरता को दूर कर अगर टीम वर्क दिखाए, तो वह भी टूर्नामेंट में बड़ा उलटफेर कर सकता है.
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