Champions Trophy: इंडियंस जाएंगे पाकिस्तान! वीजा जारी कर सकता है पड़ोसी
Champions Trophy: चैंपियंस ट्रॉफी का अगला सेशन 2025 के लिए पाकिस्तान में प्रस्तावित है. भारतीय टीम ने इसमें शामिल होने के लिए कोई स्वीकरोक्ति नहीं की है. लेकिन पीसीबी ने भारतीय प्रशंसकों को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए शीघ्र वीजा जारी करने का आश्वासन दे दिया है.
Champions Trophy: बिना भारतीय दर्शकों के भारत और पाकिस्तान का मैच. सोच कर ही मजा नहीं आता. इसीलिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने पहले तो टीम इंडिया को प्रत्येक मैच के लिए पाकिस्तान आकर मैच खेलने और फिर वापस लौटने का सुझाव दिया था. बहरहाल इस मुद्दे पर बीसीसीआई की तरफ से तो कोई सूचना नहीं आई, लेकिन पीसीबी ने भारतीय प्रशंसकों के लिए अपने देश के दरवाजे खोलने की खबर उड़ाई है.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष और केंद्र सरकार में मंत्री मोहसिन नकवी ने अगले साल होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के मैच देखने के लिए उनके देश आने के इच्छुक भारतीय प्रशंसकों के लिए त्वरित वीजा जारी करने का आश्वासन दिया है. उक्त आश्वासन उन्होंने अमेरिका के सिख तीर्थयात्रियों के एक समूह के साथ बैठक के दौरान दिया. नकवी ने कहा कि पीसीबी को उम्मीद है कि चैंपियंस ट्रॉफी के मैच देखने के लिए बड़ी संख्या में भारत के क्रिकेट प्रेमी पाकिस्तान के दौरे पर आएंगे. वह चाहते हैं कि भारतीय प्रशंसक पाकिस्तान आकर लाहौर में इन दोनों देशों के बीच होने वाले मैच को देखें. एक अखबार ने नकवी के हवाले से कहा, कि हम भारतीय प्रशंसकों के लिए टिकटों का एक विशेष कोटा रखेंगे और हम जल्द से जल्द वीजा जारी करने के लिए उपयुक्त कदम उठाएंगे.
पाकिस्तान अगले साल फरवरी मार्च में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करेगा लेकिन आईसीसी ने अब तक इसका कार्यक्रम जारी नहीं किया है. भारतीय टीम ने अभी इस टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए अपनी कोई सहमति नहीं व्यक्त की है. आईसीसी भी इस बात की पुष्टि चाहता है कि भारत सरकार इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अपनी टीम को पाकिस्तान की यात्रा करने की अनुमति देगी या नहीं. आपको बता दें कि भारत ने 2008 से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है. मुंबई आतंकी हमले के विरोध में तथा अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए भारत सरकार सतर्कतावश कोई भी दौरा नहीं करना चाहती. आखिरी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में इंग्लैंड में खेली गई थी, जिसे पाकिस्तान ने जीता था. इसके बाद कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी फैलने के कारण यह टाला जाता रहा.
भाषा के इनपुट के साथ.