युवराज सिंह ने फिर दिखाया बड़ा दिल, कोरोना के खिलाफ जंग में कई राज्यों के हॉस्पिटल्स की ऐसे करेंगे मदद
पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh)ने भी घोषणा की है कि वह अपने YouWeCan फाउंडेशन के माध्यम से 1000 बेड स्थापित करेंगे.
पिछले दो महीनों से COVID-19 की दूसरी लहर ने देश में कहर बरपा रहा है. अभी भी भारत कोरोना के प्रति दिन 1 लाख से अधिक मामले मिल रहे हैं. पिछले महीने यानि मई में COVID-19 की स्थिति बद से बदतर होती चली गई और कोरोना के नये ममाले मिलने का आंकड़ा 4 लाख के पार कर गया था. देश में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही लोगों को बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य चिकित्सा उपकरणों की कमी का भी सामना पड़ा. कोराना के खिलाफ लड़ाई के बीच कई हस्तियां और आम लोगों की मदद करने के लिए आगे आए. इसी कड़ी में टीम इंडिया के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह भी लोगों के मदद के लिए आगे आए हैं.
The 2nd wave of COVID has been devastating. Countless lives have been lost & thousands have had to struggle. #Mission1000Beds is an effort to enhance the critical care capacity of hospitals. Join our fight so that we can save valuable lives. @YouWeCan https://t.co/YFDWJyYDKE
— Yuvraj Singh (@YUVSTRONG12) June 1, 2021
पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने भी घोषणा की है कि वह अपने YouWeCan फाउंडेशन के माध्यम से 1000 बेड स्थापित करेंगे. युवराज सिंह ने एक बयान में कहा कि हम सब में से कई लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है और COVID से निपटने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन, आईसीयू बेड और अन्य महत्वपूर्ण देखभाल सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे लोगों के अनगिनत मामले भी देखे हैं. मैं भी, इससे बहुत प्रभावित हुआ हूं और महसूस किया है कि हम सभी को अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों का समर्थन करने के लिए कदम उठाने की जरूरत है, जो सभी अथक प्रयास कर रहे हैं.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह भी अपने स्तर पर अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाने की कोशिशें कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, वो भारत में कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए अलग-अलग अस्पतालों में एक हजार अतिरिक्त बिस्तर की व्यवस्था करेगा. YouWeCan ने कहा वन डिजिटल इंटरटेनमेंट के साथ साझेदारी में यह पहल शुरू की जाएगी. इसका उद्देश्य ऑक्सीजन सुविधा से लैस बिस्तरों, वेंटिलेटर और बाईपेप मशीनों के जरिए अस्पतालों की मौजूदा क्षमता को बढ़ाना है.बता दें कि युवराज सिंह कोरोना वायरस की पहली लहर के दौरान भी लोगों की मदद के लिए आगे आए थे.