क्रिकेट वेस्टइंडीज (सीडब्ल्यूआई) ने शुक्रवार को कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वॉयस नोट्स के बाद कप्तान कीरोन पोलार्ड और टीम के साथियों के बीच कोई दरार नहीं है. सीडब्ल्यूआई ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सीडब्ल्यूआई को पता चला है कि वॉयस नोट्स सोशल मीडिया पर और क्षेत्रीय प्रसारण मीडिया के कुछ हिस्सों में प्रसारित किये गये थे. जिसके बाद दावा किया जा रहा है कि वेस्टइंडीज सीनियर पुरुष टीम के भीतर दरार है.
क्रिकेट वेस्टइंडीज ने कहा कि शरारती तत्वों द्वारा निराधार आरोपों और निराधार बयानों के विपरीत सीडब्ल्यूआई संतुष्ट है कि टीम के कप्तान और वेस्टइंडीज टीम के किसी भी सदस्य के बीच कोई विवाद नहीं है. सीडब्ल्यूआई के अध्यक्ष रिकी स्केरिट ने कहा कि किरोन पोलार्ड और टीम के किसी अन्य सदस्य के बीच कोई अनबन नहीं है. ड्रेसिंग रूम में सब कुछ ठीक है.
Also Read: T20 World Cup: ड्वेन ब्रावो का संन्यास एक युग का अंत, कप्तान कीरोन पोलार्ड ने दिया इमोशनल फेयरवेल
उन्होंने कहा कि मैं इसे वेस्टइंडीज के कप्तान की विश्वसनीयता पर एक दुर्भावनापूर्ण हमले के रूप में देखता हूं. जिसे हमारी टीम के भीतर विभाजन का बीज बोने के लिए डिजाइन किया गया है. हमारी टीम ने बहुत मजबूत विपक्षियों के खिलाफ तीन बहुत ही प्रभावशाली टी-20 इंटरनेशनल प्रदर्शन किये हैं. इनमें दो उत्कृष्ट जीत शामिल है.
उन्होंने आगे कहा कि जाने माने शरारत करने वालों द्वारा कप्तान को बदनाम करने और मौजूदा बेटवे टी-20 इंटरनेशनल सीरीज में टीम की गति को पटरी से उतारने की यह स्पष्ट कोशिश बर्दाश्त या प्रोत्साहित नहीं की जानी चाहिए. वेस्टइंडीज ने पांच मैचों की टी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से आगे है. चौथा टी-20 शनिवार को और उसके बाद रविवार को फाइनल मैच होना है.
Also Read: IPL 2021: कीरोन पोलार्ड की वाइफ हैं बेहद खूबसूरत, स्पोर्ट्स से जुड़े इस काम से करती हैं करोड़ों की कमाई
कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि कीरोन पोलार्ड ने ओडिन स्मिथ के साथ भेदभाव किया और उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया. दरअसल हुआ यह कि स्मिथ इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे पांच मैचों की टी-20 सीरीज में टीम का हिस्सा हैं. उन्हें पहला और दूसरा टी-20 खेलने का मौका मिला. पहले मैच में उनसे केवल एक ओवर गेंदबाजी करायी गयी, जबकि दूसरे में उनसे गेंदबाजी नहीं करायी गयी. तीसरे मैच में उनको प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया. इसी को लेकर कीरोन पोलार्ड पर भेदभाव के आरोप लग रहे थे.