ऑस्ट्रेलिया टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने नए साल के पहले ही दिन एक बड़ा ऐलान कर दिया. उन्होंने साल 2024 के पहले दिन सोमवार (1 जनवरी) को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वह अब वनडे क्रिकेट से भी संन्यास ले रहे हैं. बता दें, सिडनी में तीन जनवरी से शुरू हो रहा पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच उनके करियर का आखिरी रेड बॉल गेम है. वॉर्नर काफी पहले ही यह ऐलान कर चुके थे कि पाकिस्तान के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज उनके करियर की आखिरी टेस्ट सीरीज होगी. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया उन्हें इस टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में खास फेयरवेल देने की भी तैयारी कर रही है. इसी बीच वार्नर ने सभी और अपने नए निर्णय से चौका दिया है. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के बाद अब वनडे से भी संन्यास की घोषणा कर दी है. हालांकि उन्होंने किस बात की भी पुष्टि भी की कि अगर वह दो साल में टी20 क्रिकेट खेलते हुए पूरी तरह फिट रहते हैं और ऑस्ट्रेलिया को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में उनकी जरूरत होती है तो वह वनडे क्रिकेट में वापसी जरूर करेंगे.
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर मीडिया से बातचीत करते हुए वॉर्नर ने कहा, ‘मैं निश्चित तौर पर वनडे क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं. यह कुछ ऐसा था, जो मैंने वर्ल्ड कप के दौरान ही सोच लिया था. आज मैंने फैसला कर लिया कि क्रिकेट के इस फॉर्मेट को भी अलविदा कहने का वक्त आ गया है. वनडे से सन्यास लेने के बाद भी मैं कई टी20 लीग खेलता रहूंगा और मुझे कई टी20 लीग में खेलने का मौका मिलेगा.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं जानता हूं कि चैंपियंस ट्रॉफी नजदीक है. अगर मैं आने वाले दो साल में अच्छा क्रिकेट खेलता रहा और ऑस्ट्रेलिया को मेरी जरूरत रही तो मैं उपलब्ध रहूंगा.’
वॉर्नर का अंतिम टेस्ट मैच बुधवार से उनके घरेलू मैदान पर शुरू हो रहा है, जहां ऑस्ट्रेलिया के पास पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज में 3-0 से व्हाइटवॉश करने का मौका है. विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और ऑस्ट्रेलियाई सर्दियों में एशेज से पहले, वार्नर ने सिडनी टेस्ट के बाद समय वापस लेने के अपने इरादे को चिह्नित किया. उन्होंने कहा, ‘मेरे और मेरी फॉर्म के बारे में काफी चर्चा हुई. वार्नर ने सोमवार को कहा, मैं इसे जल्द से जल्द खत्म करना चाहता था. 37 वर्षीय खिलाड़ी ने पर्थ में पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट में 164 रन बनाकर एससीजी में जगह बनाने की अपनी क्षमता पर चल रहे संदेह को दूर कर दिया. लेकिन अगर वह और सलामी जोड़ीदार उस्मान ख्वाजा एशेज की शुरुआत में संघर्ष करते, या ऑस्ट्रेलिया एजबेस्टन और लॉर्ड्स में पहले दो टेस्ट नहीं जीत पाता, तो चीजें अलग हो सकती थीं.
वॉर्नर ने बीते दिनों को याद करते हुए कहा, ‘मैंने कहा था कि समापन के लिए मेरी आदर्श तैयारी सिडनी होगी.’ ‘लेकिन मैंने वास्तव में लॉर्ड्स को अपने आखिरी टेस्ट के रूप में चुना था, खासकर तब जब मैं शीर्ष क्रम में उजी के साथ साझेदारी के रूप में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था.