Dinesh Karthik Retirement: दिनेश कार्तिक ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की, लिखा भावुक पोस्ट
Dinesh Karthik Retirement: भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने दो दशक तक देश के लिए खेलने के बाद शनिवार को अपने 39वें जन्मदिन पर क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की.
Dinesh Karthik Retirement: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के इंडियन प्रीमियर लीग एलिमिनेटर से बाहर होने के बाद उनका संन्यास लेना तय था. लेकिन कार्तिक ने अपने 39वें जन्मदिन पर आधिकारिक रूप से फैसला लिया.
नयी चुनौतियों के लिए तैयार: कार्तिक
कार्तिक ने ‘एक्स’ पर लिखा, काफी सोच विचार के बाद मैंने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. मैं आधिकारिक तौर पर अपने संन्यास की घोषणा करता हूं और आगे आने वाली नयी चुनौतियों के लिए तैयार हूं.
ऐसा रहा दिनेश कार्तिक का क्रिकेट करियर
तीनों प्रारूपों में भारत के लिए 180 मैच में प्रतिनिधित्व करते हुए कार्तिक ने एक शतक और 17 अर्धशतक से 3463 रन बनाये हैं. बतौर विकेटकीपर उन्होंने 172 खिलाड़ियों को आउट किया है. वह अंतिम बार भारत के लिए 2022 टी20 विश्व कप में रोहित शर्मा की कप्तानी में खेले थे. वह देश के लिए राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली के नेतृत्व में भी खेल चुके हैं.
कार्तिक ने सभी को धन्यवाद कहा
कार्तिक ने लिखा, मैं अपने सभी कोच, कप्तानों, चयनकर्ताओं और सहयोगी स्टाफ के सदस्यों को धन्यवाद करना चाहूंगा जिन्होंने मेरी लंबी यात्रा का खुशगवार और आनंददायक बनाया. कार्तिक ने कहा, हमारे देश में लाखों खिलाड़ी खेलते हैं लेकिन मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं क्योंकि मैं उन कुछ खिलाड़ियों में शामिल रहा जो देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. मैं भाग्यशाली हूं कि खेल प्रशसंकों तथा दोस्तों का प्यार पाने में सफल रहा.
कार्तिक का टेस्ट में अच्छा दौरा 2007 में इंग्लैंड का दौरा था
कार्तिक का टेस्ट में अच्छा दौरा 2007 में इंग्लैंड का दौरा था जिसमें उन्होंने वसीम जाफर के साथ पारी का आगाज किया था और तीन मैच में तीन अर्धशतक से 263 रन बनाये थे. इस साल के शुरू में उन्होंने बांग्लादेश में पहला टेस्ट शतक भी जमाया था जो उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एकमात्र सैकड़ा भी बन गया. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ निधास ट्राफी के फाइनल में सौम्य सरकार की अंतिम गेंद पर छक्का जड़कर देश को खिताब दिलाया था.